केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 25 नवंबर 2024 को हुई बैठक में PAN 2.0 प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। इस योजना पर 1,435 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी देते हुए बताया कि यह प्रोजेक्ट टैक्सपेयर रजिस्ट्रेशन सर्विस में तकनीकी बदलाव लाकर इसे अधिक सुलभ और प्रभावी बनाएगा।
PAN 2.0 परियोजना से होने वाले लाभ
PAN 2.0 प्रोजेक्ट के जरिए कई नए सुधार किए जाएंगे, जिससे टैक्सपेयर्स और आम नागरिकों को निम्नलिखित लाभ मिलेंगे:
1. सेवाओं की आसान उपलब्धता: टैक्सपेयर्स को उच्च गुणवत्ता और तेज़ी से सेवाएं मिलेंगी।
2. डेटा की सटीकता: टैक्स रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में एकमात्र सटीक डेटा स्रोत होगा।
3. पर्यावरण-अनुकूल प्रक्रिया: प्रक्रियाओं में लागत कम होगी और पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
4. बुनियादी ढांचे की सुरक्षा: आधुनिक तकनीक से संरचना सुरक्षित और अनुकूल होगी।
नाबालिग के लिए पैन कार्ड बनवाने की प्रक्रिया
PAN 2.0 के तहत 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए पैन कार्ड बनाना अब आसान होगा। हालांकि, नाबालिग खुद इसके लिए आवेदन नहीं कर सकते। उनके माता-पिता या अभिभावक को आवेदन करना होगा।
आवेदन करने का तरीका
1. एनएसडीएल (NSDL) की वेबसाइट पर जाएं:
आधिकारिक वेबसाइट खोलकर सही कैटेगरी चुनें।
2. आवश्यक जानकारी भरें:
नाबालिग की उम्र का प्रमाण और अभिभावक की फोटो जैसे जरूरी दस्तावेज अपलोड करें।
3. शुल्क का भुगतान करें:
आवेदन के लिए 107 रुपये फीस भरें।
4. फॉर्म सबमिट करें:
फॉर्म जमा करने के बाद रिसिप्ट नंबर प्राप्त होगा जिससे आप एप्लिकेशन ट्रैक कर सकते हैं।
5. पैन कार्ड की डिलीवरी:
वेरिफिकेशन पूरा होने के बाद 15 दिनों के भीतर पैन कार्ड डिलीवर हो जाएगा।
जरूरी दस्तावेज
• नाबालिग का पहचान प्रमाण: जैसे आधार कार्ड, राशन कार्ड या पासपोर्ट।
• अभिभावक का पहचान प्रमाण: आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी या पासपोर्ट।
• पता प्रमाण: पोस्ट ऑफिस पासबुक, प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट, या अन्य एड्रेस प्रूफ।
इस योजना का उद्देश्य
PAN 2.0 का मुख्य उद्देश्य टैक्सपेयर रजिस्ट्रेशन को सरल, पारदर्शी और तकनीकी रूप से मजबूत बनाना है। इससे नागरिकों को सेवाओं तक तेज और प्रभावी पहुंच मिलेगी, साथ ही प्रक्रियाएं अधिक पारदर्शी होंगी।
यह परियोजना डिजिटल भारत को आगे बढ़ाने की दिशा में एक अहम कदम साबित होगी।