बिहार के सीतामढ़ी में दो युवकों की पुलि’स हि’रासत में मौत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। मृतकों की पोस्‍ट’मॉर्टम रिपोर्ट से मौत का कारण पुलि’स टॉर्च’र साबित हो गया है। शुक्रवार को मेडिकल बोर्ड ने यह रिपोर्ट सीतामढ़ी के जिलाधिकारी को सौप दी।

विदित हो कि 20 फरवरी को सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर हाईवे पर प्रेमनगर के पास लुटेरों ने मुजफ्फरपुर निवासी एक युवक की गो’ली मारकर ह’त्या करने के बाद उसकी बाइक लू’ट ली थी। इस मामले में मंगलवार की रात सीतामढ़ी की डुमरा पु’लिस ने पूर्वी चंपारण जिले के चकिया थाना क्षेत्र के रमडीहा गांव से गुफरान और तस्लीम को गिर’फ्तार किया था।

पूछताछ के दौरान दोनों की  पिटा’ई की गई। हालत बिगडऩे पर बुधवार की शाम दोनों को सदर अ’स्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई थी। दोनों की मौ’त का कारण परिजनों ने पुलिस टॉर्चर बताया।

शव लेने से कर दिया इनकार 

परिजन पुलिस पर हत्या का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग पर अड़े थे। वे शव लेने से इनकार कर सदर अस्पताल परिसर में ही धरने पर बैठ गए थे। इसी बीच आइजी नैयर हसनैन खान ने बुधवार देर रात डुमरा थानाध्यक्ष समेत आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। डीआइजी रवींद्र कुमार रात डेढ़ बजे सदर अस्पताल पहुंचे थे। परिजनों को आश्वासन देकर शव सौंपा।

शवों के साथ पूर्वी चंपारण में किया सड़क जाम 

पुलिस ने पोस्‍टमार्टम करा शवों को परिवार वालों को सौंप दिया। इसके बाद आक्रोशित लोगों ने शवों के साथ पूर्वी चंपारण के चकिया में सड़क जाम कर दिया। इस बीच पुलिस लीपापाेती की कोशिश में लगी रही। पुलिस ने हिरासत में युवकाें के साथ ज्‍यादती से इनकार किया। लेकिन मामले ने तूल पकड़ लिया।

थानाध्‍यक्ष सहित आठ पुलिसकर्मियों पर एफआइआर 

गुरुवार को डीआइजी रवींद्र कुमार ने मामले की जांच की। इसके बाद निलंबित डुमरा थानाध्यक्ष चंद्रभूषण कुमार सिंह समेत आठ पुलिसकर्मियों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस बीच सभी आरोपित फरार हो गए। चर्चा है कि आरोपित पुलिसकर्मियों को रून्नीसैदपुर थाने में हिरासत में रखा गया था, जहां से वे भाग निकले। हालांकि, डुमरा के नए थानाध्यक्ष नवलेश कुमार आजाद और रून्नीसैदपुर थानाध्यक्ष भूदेव दास ने इससे इनकार किया।

शुक्रवार को मृतकों की पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट ने मामले पर पड़े सभी पर्दों को हटा दिया। मेडिकल टीम ने जिलाधिकारी को जो रिपोर्ट सौंपी, उसके अनुसार मौत के पहले दोनों युवकों को यातनाएं दी गईं थीं।

Input : Dainik Jagran

 

I just find myself happy with the simple things. Appreciating the blessings God gave me.