9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में LAC पर भारत और चीन के जवानों की झड़प हुई। जिसमें भारतीय जवानों ने चीनी सैनिक को खदेड़ दिया। इस घटना पर अरुणाचल प्रदेश के सीएम पेमा खांडू भारतीय सेना की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि यह 1962 का भारत नहीं बल्कि 2022 का न्यू इंडिया हैं।अब मोदी का जमाना हैं। नेहरू के समय यांगत्से सेक्टर में केवल एक प्रमुख और 60-70 जवान रहते थें। सड़कें नही थी।लेकिन 2014 में प्रधानमंत्री मोदी के आने के बाद से चीन को उसकी ही भाषा में जवाब दिया जाता है। क्योंकि सड़क-पुल जैसे बुनियादी ढांचे से लेकर सैनिकों की संख्या तक तैयारियां कई गुना बढ़ चुकी हैं।अब वहां 1000 सैनिक व एक कर्नल मौजदू हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए पेमा खांडू ने कहा कि पिछले 8 सालों में विकास न केवल सीमावर्ती इलाकों में बल्कि नॉर्थ ईस्ट के अन्य क्षेत्रों में भी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। पीएम मोदी के नेतृत्व में बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी को बढ़ाया गया है। अरुणाचल प्रदेश भूटान, तिब्बत और म्यांमार के साथ सीमाएं साझा करता है। हम तिब्बत के साथ सबसे लंबी सीमा साझा करते हैं और हमारे पास LAC पर बड़ी संख्या में सैन्यकर्मी तैनात हैं।
इस दौरान अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने भारत-तिब्बत सीमा पर स्थिति के लिए पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की अदूरदर्शिता को जिम्मेदार ठहराया है। मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने कहा कि शिमला समझौते के बाद, तवांग सहित पूरे अरुणाचल प्रदेश को भारत का क्षेत्र बना दिया गया था। सरदार वल्लभभाई पटेल ने इसमें निर्णायक भूमिका निभाई थी। तत्कालीन प्रधानमंत्री द्वारा समय पर कोई निर्णय लेने में विफलता के कारण स्थिति लगातार बिगड़ती चली गई।”