देशभर के थानों में आए दिन लड़कियों या महिलाओं से छे’ड़छाड़ की शिकायतें आती हैं। पुलिस उन पर जांच भी करती है, बावजूद बहुत से मामलों में आरोपी पुलिसिया हीलाहवाली की वजह से पकड़े नहीं जाते हैं। ऐसे में मुंबई पुलिस की एक लेडी सिंघम ने ऐसी ही एक शिकायत पर आ’रोपी को पाक सीमा से पकड़ लाई। आ’रोपी को पकड़ने के लिए उन्होंने 11 घंटे तक जाल बिछाए रखा। उनके इस जज्बे को अब आला अधिकारी ही नहीं पूरा महकमा सलाम कर रहा है।
गिरफ्तार मनचले की पहचान मोहम्मद राशिद खान के रूप में हुई है, जो कि पुंछ कश्मीर का रहने वाला है। उसके खिलाफ मुंबई के वडाला में 34 वर्षीय एक शादीशुदा महिला से अश्लीलता करने का मामला दर्ज है। पुलिस के अनुसार आरोपी ने दो जनवरी 2019 को पीड़ित महिला को पहली बार एक अज्ञात नंबर से व्हाट्स एप पर HI का मैसेज भेजा था। महिला के अनुसार उसे लगा कि किसी ने गलती से मैसेज भेज दिया है, इसलिए उसने उसका जवाब नहीं दिया और मैसेज को नजरअंदाज कर दिया।
महिला ने पुलिस को बताया कि उसी अज्ञात नंबर से अगले दिन उसके मोबाइल पर व्हाट्स एप से एक अश्लील वीडियो क्लिप भेज दी गई। उसने इस बारे में अपने पति को बताया। महिला के पति ने जब उस अज्ञात नंबर पर फोन किया तो वह उनसे भी बदतमीजी से बात करने लगा। उसने कहा, उसका मन था इसलिए उसने भेज दिया, अब वो (पीड़ित महिला का पति) जो चाहे कर ले। ये कहकर आरोपी ने फोन काट दिया। इसके बाद पति-पत्नी तुरंत वडाला पुलिस स्टेशन पहुंचे और अज्ञात आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।
मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जब उन्होंने महिला की शिकायत पर जांच शुरू की तो पता चला कि आरोपी ने पुलिस से बचने के लिए अपना मोबाइल फोन और सिम दोनों बदल दिया था। किसी तरह पुलिस ने 17 मई को सर्विलांस से आरोपी की लोकेशन पता की, जो कश्मीर की थी। इसके बाद आरोप की गिरफ्तारी के लिए महिला अस्टिटेंट पुलिस इंस्पेक्टर (API) चारू भारती के नेतृत्व में तीन सदस्यीय पुलिस टीम कश्मीर रवाना कर दी। टीम में चारू भारती के अलावा दो सिपाही अजीत कदम और संदीप नाइक थे।
कश्मीर पहुंच पुलिस टीम ने स्थानीय थाने को मामले की जानकारी देते हुए मदद मांगी तो स्थानीय पुलिस ने बताया कि आरोपी जिस गांव में रहता है वह पाकिस्तान सीमा से सटा हुआ और बहुत संवेदनशील गांव है। स्थानीय पुलिस ने ये कहकर मुंबई पुलिस टीम को आरोपी की गिरफ्तारी में मदद करने से इंकार कर दिया कि वहां जाने में बहुत खतरा है। इसके बाद मुंबई से गई API चारू भारती ने कश्मीर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से सहयोग मांगा।
स्थानीय सुपरिटेडेंट ऑफ पुलिस (SP) की मदद से मुंबई पुलिस टीम को पता चला कि आरोपी एक टेंपो ड्राइवर है और उसके गांव में उसे गिरफ्तार करना बहुत खतरनाक है। ग्रामीण उसे बचाने के लिए पुलिस टीम पर पथराव भी कर सकते हैं। इसी दौरान मुंबई से गई टीम को पता चला कि आरोपी अपने गांव से करीब 150 किमी दूर है। स्थानीय पुलिस के मुखबिर से पता चला कि आरोपी अगली सुबह वापस आने वाला है।
इसके बाद असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर चारू मलिक ने आरोपी को पकड़ने की योजना बनाई। उन्होंने आरोपी के गांव की तरफ जाने वाले रास्ते पर 18 मई की शाम छह बजे से जाल बिछा दिया। 19 मई की तड़के चार बचे आरोपी अपने गांव लौटते वक्त पुलिस के जाल में फंस गया। इसके बाद मुंबई पुलिस की टीम आरोपी को पकड़कर राजौरी पुलिस स्टेशन ले गई।
आरोपी के परिवार को जब उसकी गिरफ्तारी का पता चला तो 20-25 लोग थाने पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया। किसी तरह स्थानीय पुलिस ने उनके परिवार वालों को समझा-बुझाकर शांत कराया। इसके बाद चारू मलिक की टीम आरोपी को लेकर तुरंत एयरपोर्ट पहुंची और उसे मुंबई ले आई। पाक सीमा के पास से आरोपी को गिरफ्तार कर लाने पर असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर चारू मालिक को विभाग में काफी तारीफ मिल रही है। साथ ही वह स्थानीय मीडिया में भी छा गई हैं।
Input : Dainik Jagran