स्मार्ट सिटी की दौड़ में लेटलतीफी, लापरवाही व अनमने ढंग से हुए कार्य के कारण मुजफ्फरपुर फिसड्डी होते हुए दिख रहा है। ऐसा हम नहीं बल्कि जीएमआईएस की ताजा रिपोर्ट से पता चल रहा है। इसके मुताबिक देश के 100 स्मार्ट सिटी में मुजफ्फरपुर का स्थान 83वां है।
बता दें कि बिहार के चार शहरों मुजफ्फरपुर, पटना, बिहारशरीफ और भागलपुर का चयन स्मार्ट सिटी के लिए हुआ है। इनमें सबसे बेहतर प्रदर्शन भागलपुर ने किया है। इस रिपोर्ट में भागलपुर को 28वां रैंक मिला है जबकि राजधानी पटना को 81वें और बिहारशरीफ 84वें नंबर पर है। दरअसल स्मार्ट सिटी से जुड़े तमाम कार्यों की मॉनिटरिंग स्मार्ट सिटी मिशन द्वारा की जाती है। मिशन योजना पूर्ण होने की तारीख, वित्तीय खर्च, क्षेत्र में काम, उसकी तैयारी समेत अन्य मानकों को आधार बनाकर रैंकिंग तैयार करती है।
इसके तहत मुजफ्फरपुर शहर को 92.87 अंक, बिहारशरीफ को 92.39, राजधानी पटना को 108.71 और भागलपुर को 248.48 अंक मिला है। हालांकि मुजफ्फरपुर में बारिश के बाद स्मार्ट सिटी के काम में तेजी देखी गई है। जनवरी तक कई योजनाएं पूरी होगी जिसके बाद रैंकिंग में सुधार हो सकता है। सिकंदरपुर लेक फ्रंट, म्यूनिसिपल शॉपिंग मार्ट, छह चौराहों के सौंदर्यीकरण के अलावा स्पाइनल रोड व अन्य योजनाओं में अधिकतर के काम पूर्ण होने की संभावना है।
योजनाओं में अब तक हुआ काम–
स्मार्ट मिनी बस व ई-रिक्शा स्टॉप – 35 %
सिकंदरपुर लेक फ्रंट – 43 %
सिकंदरपुर स्टेडियम का पुनर्विकास – 50 %
फेसलिफ्टिंग – 60 %
स्पाइनल रोड – 76 %
सिवरेज व ड्रेनेज सिस्टम का विकास – 77 %