सरकारी योजनाओं के बारे में जन राय के आधार पर सुधार करने की दिशा में मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन ने नायाब पहल की है। जिला प्रशासन ट्विटर पर आया है। यहां चल रहीं सरकारी योजनाओं से संबंधित गतिविधियों की संक्षिप्त जानकारी सचित्र दी जा रही है। सारी कोशिश इस खातिर है कि सोशल साइट पर सक्रिय जिले के लोगों के अलावा दूर देश बैठे लोग भी अपने यहां की सरकारी गतिविधियों को देखकर अपनी राय साझा करें। जिलाधिकारी इस गतिविधि पर स्वयं नजर रखकर हर सूचना पर काम कर रहे हैैं।

एक प्रयोग की सफलता के बाद बना दूसरा अकाउंट

बता दें कि जिले में ट्विटर हैैंडल पर जिला प्रशासन ने राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत पोषण माह की सफलता के लिए ट्विटर अकाउंट सितंबर 2019 में बनाया। नाम दिया गया पोषण अभियान, मुजफ्फरपुर। अभियान से जुड़ी जानकारियां इस अकाउंट पर साझा की गईं। संबंधित पोस्ट को कई लोगों ने री-ट्विट किया। अहम यह कि इस पेज के कई ट्विट भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव सह राष्ट्रीय पोषण अभियान के मिशन निदेशक सज्जन यादव ने री-ट्विट किए।

इसके अतिरिक्त नीति आयोग से भी सराहना मिली। इसके बाद अन्य योजनाओं व प्रशासनिक कार्यों की जानकारी के लिए अक्टूबर में इसी हैैंडल पर एक और अकाउंट बना- जिला प्रशासन, मुजफ्फरपुर। अबतक इस अकाउंट पर मात्र 31 ट्विट किए गए। उनमें से तस्वीर व जानकारी वाले पोस्ट को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के ट्विटर हैैंडल पर भी साझा किया गया है।

इस बारे में मुजफ्फरपुर जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष ने कहा कि ट्विटर हैैंडल का प्रयोग बुद्धिजीवी वर्ग के अधिकतर लोग करते हैैं। जिले में चल रहीं गतिविधियों को जिला प्रशासन के हैैंडल से सोशल साइट पर रखने का उद्देश्य यह है कि योजनाओं के बारे में लोग जानें। संबंधित ट्विट पर अपनी राय दें। राय नकारात्मक और सकारात्मक दोनों होती हैं। लोगों की राय आती है तो प्रशासनिक चूक और भूल की जानकारी होगी और उसपर कार्रवाई समय रहते की जाएगी।

Input : Dainik Jagran

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