मुजफ्फरपुर: केंद्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री और मुजफ्फरपुर के सांसद डॉ. राजभूषण चौधरी ने आज केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू से मुलाकात कर एक महत्वपूर्ण पत्र सौंपा। इस पत्र में उन्होंने मुजफ्फरपुर के पताही एयरपोर्ट को पुनः संचालित करने की मांग की है।
पत्र में, डॉ. राजभूषण चौधरी ने राम मोहन नायडू को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री का पदभार संभालने पर हार्दिक बधाई दी और विश्वास जताया कि उनके कुशल नेतृत्व में भारत का नागरिक उड्डयन क्षेत्र नई ऊंचाइयों को छूएगा।
उन्होंने पत्र में पताही एयरपोर्ट के ऐतिहासिक महत्व को बताते हुए कहा कि यह एयरपोर्ट 1967 से 1982 तक संचालित था और इसे UDAN योजना के तहत शामिल किया गया है। इसके पुनरुद्धार के लिए कई सर्वेक्षण भी किए जा चुके हैं।
डॉ. चौधरी ने कहा कि मुजफ्फरपुर बिहार का एक महत्वपूर्ण शहर है, जिसकी अर्थव्यवस्था कृषि, शिक्षा और लघु उद्योगों पर आधारित है। इसके बावजूद, इस शहर में हवाई संपर्क की कमी है, जो इसके विकास में बाधा बन रही है।
उन्होंने कहा कि पताही एयरपोर्ट का संचालन मुजफ्फरपुर और इसके आसपास के जिलों जैसे सीतामढ़ी, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, वैशाली, सिवान, समस्तीपुर आदि के लगभग 5 करोड़ लोगों को लाभान्वित करेगा।
डॉ. चौधरी ने इस एयरपोर्ट के पुनरुद्धार के संभावित लाभों को गिनाते हुए कहा:
- आर्थिक विकास: बेहतर हवाई संपर्क से निवेश आकर्षित होगा, पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और व्यापारिक अवसरों में वृद्धि होगी।
- सुविधा और पहुंच: यह स्थानीय निवासियों के लिए यात्रा के विकल्पों को सुविधाजनक बनाएगा, यात्रा समय को कम करेगा और देश के अन्य हिस्सों तक पहुंच में सुधार करेगा।
- शैक्षिक और स्वास्थ्य लाभ: बेहतर कनेक्टिविटी से छात्रों और मरीजों को अन्य शहरों के शैक्षिक संस्थानों और चिकित्सा सुविधाओं तक पहुंच में सुधार होगा।
- संतुलित क्षेत्रीय विकास: यह प्रमुख हवाई अड्डों पर भीड़ को कम करेगा और समान विकास को बढ़ावा देगा।
- खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में वृद्धि: शाही लीची जैसी संवेदनशील फसलों को हवाई संपर्क से फायदा होगा, जिससे स्थानीय किसानों की आय में वृद्धि होगी।
उन्होंने बताया कि हवाई संपर्क की कमी के कारण मुजफ्फरपुर के कई प्रसिद्ध पर्यटन स्थल जैसे अशोक स्तंभ, बाबा गरीब स्थान मंदिर, वैशाली का बौद्ध स्तूप आदि कम पर्यटकों को आकर्षित कर पाते हैं। साथ ही, सिकंदरपुर स्टेडियम भी अंतरराष्ट्रीय/राष्ट्रीय खेलों के आयोजन से वंचित रह जाता है।
अंत में, डॉ. चौधरी ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से अनुरोध किया कि वे इस परियोजना को प्राथमिकता दें और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देने का निर्देश दें ताकि इस क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया जा सके। उन्होंने आशा व्यक्त की कि मंत्री इस अनुरोध पर आवश्यक ध्यान और कार्रवाई करेंगे।
क्या आपको लगता है कि मंत्री जी की इस पहल से मुजफ्फरपुर में एयरपोर्ट चालू हो पाएगा? हमें कमेंट में अपनी राय जरूर बताएं