मुजफ्फरपुर में नाबालिग लड़की की हत्या के मामले पर तिरहुत रेंज के आईजी शिवदीप लांडे ने सोशल मीडिया के माध्यम से गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने इस हत्या को ‘हॉरर किलिंग’ करार देते हुए सवाल उठाया कि हम किस तरह का समाज बना रहे हैं। आईजी लांडे ने कहा कि लड़की की लाश मिलने के बाद कई लोगों ने इसे सनसनीखेज बनाते हुए बलात्कार की घटना बताया, जबकि एफएसएल रिपोर्ट ने इन दावों को गलत साबित किया।
आईजी शिवदीप लांडे ने बताया कि 12 अगस्त को पारू थाना इलाके में एक लड़की की लाश मिली थी। इस पर जिला पुलिस ने तुरंत ही सभी मानकों के अनुरूप उचित कार्रवाई शुरू की। जांच के बाद यह मामला ‘हॉरर किलिंग’ निकला। उन्होंने समाज पर सवाल उठाते हुए कहा कि हम ऐसे समाज की संरचना कर रहे हैं, जहां जात, धर्म, और समुदाय के आधार पर गंभीर अपराध हो रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बिना तथ्य जाने किसी घटना पर राय बनाना और लोगों को गुमराह करना गलत है।
लांडे ने कहा कि पीड़िता के साथ बलात्कार की बात जांच में असत्य पाई गई, लेकिन इस मामले को लेकर सनसनी फैल गई। उन्होंने इस पर चिंता जताई कि इससे मृतक लड़की की आत्मा को कितना कष्ट होता होगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे केवल तथ्यों को जानकर ही आवाज उठाएं। इसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया और यूट्यूब पर उन चैनलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं, जिन्होंने इस मामले में गलत सूचना फैलाई थी।
गौरतलब है कि इस कांड में पुलिस ने संजय राय समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। संजय का लड़की के साथ तीन साल से प्रेम संबंध था। दोनों देर रात चौर में एक-दूसरे से मिलने गए थे, जहां गांव के पंकज, चुन्नू, मुन्ना समेत दो फरार युवकों ने उन्हें पकड़ लिया। पांचों ने मिलकर संजय और पीड़िता की पिटाई की, जिससे पीड़िता गंभीर रूप से घायल हो गई। युवकों ने खुरपी से पीड़िता की गर्दन पर वार किया और संजय ने उसकी हत्या कर दी। बाद में संजय ने पीड़िता के शव को पानी में फेंक दिया और मौके से फरार हो गया।