सदर थाना क्षेत्र के भगवानपुर इलाके से गायब एमबीए की छात्रा के अपहरण कांड में पटना मुख्यालय ने पुरस्कार की राशि 50 हजार रुपए से बढ़ाकर तीन लाख रुपए कर दी है। इनाम की यह राशि छात्रा का सुराग बताने वाले या बरामदगी में सहयोग करने वाले को डीजीपी की ओर से मिलेगा। मुख्यालय ने इसका आदेश जारी किया है। इसकी मुनादी मुजफ्फरपुर पुलिस की ओर से कराई जा रही है।

छात्रा अपहरण कांड में सीआईडी के डीआईजी दलजीत सिंह के नेतृत्व छानबीन चल रही। पुलिस की हर गतिविधि पर हाईकोर्ट की निगरानी है। सीआईडी को आर्थिक अपराध इकाई और मुजफ्फरपुर पुलिस सहयोग कर रही है। सीआईडी के तीन डीएसपी स्तर के अधिकारी लगातार मुजफ्फरपुर में कैंप कर रहे हैं। छात्रा की एक डायरी पुलिस ने जब्त की थी। जिस पर पुलिस स्तर से बहुत अधिक छानबीन नहीं हुई थी। अब सीआईडी के अधिकारी डायरी के एक एक पन्ने को खंगाल रही है।

इसमें पारिवारिक स्थिति से लेकर अपने निजी के बारे में छात्रा ने बहुत कुछ लिखा है। सभी पहलुओं पर सीआईडी के अधिकारी छानबीन कर रही है। इस कांड में मुख्यालय काफी गंभीर है।

एक साल पहले कॉलेज के लिए निकली छात्रा नहीं लौटी

शेखपुरा जिले की छात्रा सदर थाना क्षेत्र में अपने नाना के घर रहकर एक मैनेजमेंट कॉलेज में पढ़ रही थी। बीते 12 दिसंबर 2022 को वह कॉलेज के लिए घर से निकली, लेकिन उसका भगवानपुर से अपहरण कर लिया गया। जब शाम तक वह घर नहीं लौटी तो उसके नाना ने सदर थाने में उसके अपहरण की एफआईआर के लिए आवेदन सौंपा। छात्रा के नहीं मिलने पर पिता ने हाइकोर्ट में याचिका दाखिल की है, जिसके बाद हाइकोर्ट में सुनवाई चल रही है।

Source : Hindustan

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