दार्जिलिंग से सादपुरा में मामा के घर मम्मी-पापा के साथ आयी चार साल की मासूम की हत्या मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस ने एसकेएमसीएच से ले ली है। डॉक्टर ने रिपोर्ट में कड़े व भोथर सामान से सिर व सीने में गंभीर चोट लगने से मौत होने की बात कही है। पुलिस ने दुष्कर्म के बिंदू पर भी रिपोर्ट मांगी थी। इसके लिए स्वाब व अन्य अंगों के नमूने हिस्टोपैथोलोजी जांच में भेजे जाने का जिक्र डॉक्टर बिपिन कुमार ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किया है।
पोस्टमार्टम से स्पष्ट हुआ है कि मौत के बाद बच्ची को पानी भरे गड्ढे में फेंका गया था। उसके फेफड़े और पेट में पानी नहीं मिला है। बच्ची की डूबने से मौत होती तो फेफड़ा और पेट में पानी मिलता। छह नवंबर को शव का पोस्टमार्टम किया गया था। जबकि बच्ची तीन नवंबर की सुबह नौ बजे गायब हुई थी। डॉक्टर ने पोस्टमार्टम से दो से चार दिन पहले मौत की आशंका जताई है। इससे यह आशंका है कि बच्ची जिस दिन गायब हुई उसी दिन उसकी हत्या कर शव को पानी भरे गड्ढे में फेंक दिया गया। काजी मोहम्मदपुर थानेदार दिगंबर कुमार ने बताया कि हिस्टोपैथलॉजी रिपोर्ट आने में 15 दिन लगने की जानकारी एसकेएमसीएच प्रबंधन ने दी है।
चार साल की मासूम अपनी मां और पिता के साथ सादपुरा मोहल्ला में आयी थी। तीन नवंबर की सुबह नौ बजे बच्ची मां से पांच रुपये लेकर मोहल्ला में दुकान से कुछ सामान खरीदने गई, लेकिन लौटकर नहीं आयी। उसके गायब होने के बाद अपहरण की धारा में काजी मोहम्मदपुर थाने में मां के आवेदन एफआईआर दर्ज की गई थी। सीसीटीवी फुटेज में एक महिला बच्ची को ले जाते देखी गई। उससे पूछताछ हुई तो महिला ने पुलिस को एक गली के मुहाने पर बच्ची को छोड़ देने की बात बताई। उसी गली में कुछ आगे बच्ची का शव पांच नवंबर की शाम पानी भरे गड्ढे में मिला। पुलिस उक्त महिला को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
Source : Hindustan