चंद्रयान–3 ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैंडिंग कर ली है। इस अभियान का हिस्सा मुजफ्फरपुर के अभिषेक भी रहें। उन्होंने जानकारी दी कि लॉन्चिंग से पहले एक महीने तक टेस्टिंग का अलग-अलग दौर चला। इस दौरान हर टेस्टिंग चुनौती भरी थी लेकिन हर बार टीम के अंदर आगे बढ़ने की जिद और जुनून पूरी टीम थी।
बता दें कि चन्द्रयान-3 की लॉन्चिंग से लेकर उसकी ट्रैकिंग टीम का हिस्सा रहे जिले के साइंटिस्ट आशुतोष ने बुधवार देर शाम एक समाचार पत्र से बातचीत के दौरान श्रीहरिकोटा में टेस्टिंग, लॉचिंग के हर पल के साथ चुनौती, सफलता और टीम के अनुभव को साझा किया।
मालूम हो कि मझौलिया निवासी रविन्द्र कुमार के पुत्र आशुतोष कुमार इसरो में साइंटिस्ट हैं। मुजफ्फरपुर शहर के आशुतोष कल के ऐतिहासिक घटना के हर पल के गवाह रहे हैं। उन्होंने कभी 15 तो कभी 20 दिनों तक अपने घरवालों से बात नहीं की।
वहीं आशुतोष के पिता ने कहा कि हम सबके लिए यह गौरवान्वित करने वाला क्षण है। आशुतोष आदित्य-1( सूर्य से संबंधित) मिशन की टीम का भी हिस्सा हैं। इन्होंने मुजफ्फरपुर से ही पढ़ाई की और बाद में भागलपुर कॉलेज से इंजीनियरिंग की और उसके बाद इसरो में उनका चयन हुआ। जनवरी 2023 में इन्होंने बतौर साइंटिस्ट इसरो ज्वाइन की।