मुजफ्फरपुर के पताही गांव के आनंद सौरभ, जो भारतीय नौसेना में 15 वर्षों तक देश की सेवा कर चुके हैं, ने न्यायिक सेवा परीक्षा में सफलता हासिल कर 126वीं रैंक पाई है। आनंद वर्तमान में सीतामढ़ी जिले में जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। उनकी सफलता ने जिले को गौरवान्वित किया है।
17 साल की उम्र में नेवी ज्वाइन करने वाले आनंद ने देश के प्रति अपने जज्बे को प्राथमिकता दी। सेना से रिटायरमेंट के बाद उन्होंने 68वीं बीपीएससी परीक्षा में 101वीं रैंक प्राप्त की और अब न्यायिक सेवा में प्रवेश कर इंसाफ का प्रतीक बन गए हैं। आनंद ने बताया कि न्याय के मंदिर में वे हर जरूरतमंद की आवाज बनेंगे।
आनंद ने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता भवदेव नारायण ठाकुर, एक सेवानिवृत्त शिक्षक, और अपनी दिवंगत मां को दिया। उन्होंने युवाओं से मेहनत और धैर्य बनाए रखने का संदेश दिया, क्योंकि सच्चे प्रयास कभी विफल नहीं होते।
जज बनने के बाद आनंद ने कहा कि वे उन सभी लोगों को न्याय दिलाने की कोशिश करेंगे, जो लंबे समय से इंसाफ से वंचित हैं। उनकी कहानी संघर्ष, मेहनत और समर्पण का आदर्श उदाहरण है।