श्री दुर्गा स्थान मंदिर गोला रोड पूजा समिति इसबार 88वीं नवरात्र पूजा महोत्सव मनाएगी। मंदिर के मुख्य द्वार पर रंगीन बिजली के बल्व से गेट सजाई जाएगी, जिसकी लंबाई 40 फीट होगी। पंडाल में माता की सुंदर झांकी एवं उनके अगल-बगल परी को दर्शाया जाएगा, जो शहरवासियों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनेगा। पंडाल महल के आकार का होगा, जिसे फूलों से तैयार किया जाएगा।
1935 से हो रही दुर्गा पूजा समिति के सचिव सुबोध कुमार ने बताया कि मंदिर की स्थापना 1935 में की गई थी। तब से लेकर आजतक मंदिर प्रांगण में दुर्गा पूजा हो रही है। स्वर्गीय फकीरा लाल साह एवं उनके पुत्र स्वर्गीय राम लखन प्रसाद द्वारा यह मंदिर स्थापित की गई थी। स्वर्गीय बद्री प्रसाद और परमेश्वर मांजन एवं स्थानीय लोगों ने इसमें सहयोग किया था। पुन वर्ष 2000 में मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया।
40 फीट का होगा पंडाल, रंगीन लाइट से सजेगा मुख्य द्वार
मंदिर समिति के अध्यक्ष धीरज कुमार ने बताया कि मंदिर के मुख्य द्वार को रंगीन लाइट से सजाया जाएगा। पंडाल की लंबाई-चौड़ाई 40 फीट होगी, जिसमें माता की सुंदर झांकी एवं उनके अगल-बगल परी को दर्शाया जाएगा। गरीब स्थान मंदिर रोड के शंकर कुमार फूलों से इसकी सजावट करेंगे। शंकर कुमार ने बताया कि यहां 60 हजार से अधिक कृत्रिम और प्राकृतिक फूलों से सजावट की जाएगी। शहर में यह पंडाल अलग तरह का होगा। बिजली से सजावट रोहित कुमार करेंगे। रोहित ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक रोशनी श्रद्धालुओं के आकर्षण का केन्द्र बनेगा। सजावट की सामग्री कोलकाता से मंगाई गई है।
कोलकाता के मूर्तिकार कर रहे प्रतिमा निर्माण
समिति के सचिव ने बताया कि मंदिर में पहले से मां दुर्गा की स्थाई प्रतिमा स्थापित है। नवरात्र में अलग से प्रतिमा निर्माण कराया जाता है। इसबार माता की प्रतिमा कोलकाता के कारीगरों द्वारा बनायी जा रही है। इसबार दस लाख से अधिक खर्च होने का अनुमान है।
कामख्या के आचार्य पंडित राघव शरण शास्त्री कराएंगे पूजा समिति के सचिव ने बताया कि नवरात्र में हवन पूजा व पाठ कामाख्या के आचार्य पंडित राघव शरण शास्त्री द्वारा कराया जाएगा। उनके साथ पंडितों का एक दल होगा, जो पूरे नवरात्र पूजा में सहयोग करेंगे। सुबह-शाम महाआरती की जाएगी।
Source : Hindustan