मुजफ्फरपुर के बहुचर्चित किडनी कांड की पीड़िता सुनीता को 4 लाख रुपया मुआवजे के तौर पर दिया जाएगा। बता दें कि झोलाछाप डॉक्टरों की वजह से अपनी दोनों किडनी गंवाने वाली सकरा की सुनीता को कल्याण विभाग ने चार लाख रुपये मुआवजा देने की बात कही। बुधवार को जिला कल्याण पदाधिकारी नृपेंद्र कुमार निराला ने जानकारी दी कि डीएम की तरफ से राशि स्वीकृत हो चुकी है। आवंटन होते ही सुनीता के हाथों में 4 लाख की राशि सौंप दी जाएगी। इस महीने के अंत तक सुनीता को 4 लाख रुपए मुआवजा के तौर पर मिलने की उम्मीद है।
मालूम हो कि सुनीता को मुआवजे के लिए लगभग तीन माह पहले जिला प्रशासन ने सुनीता को मुआवजे के लिए बैठक की थी। इस बैठक में इसमें सुनीता को मुआवजा देने और उसके बच्चों को आवासीय स्कूल में दाखिला दिलवाने का फैसला लिया गया था। हालांकि अब तक उसके बच्चों का स्कूल में दाखिला नहीं हो सका है। जबकि सुनीता को तत्काल राहत के तौर पर 15 हजार रुपये की राशि दी जा चुकी है।
आपको बता दें कि 3 सितंबर, 2022 को सुनीता को मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में भर्ती किया गया था। फर्जी डॉक्टरों ने बच्चेदानी के ऑपरेशन के दौरान उसकी दोनों किडनियां निकाल ली थीं। सुनीता के इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड बनवाया गया और मुआवजे के लिए विभाग को पत्र लिखा गया था। सुनीता पिछले वर्ष के 3 सितंबर से एसकेएमसीएच फिर पटना के आइजीआइएमएस और उसके बाद फिर से एसकेएमसीएच में भर्ती है। एसकेएमसीएच में लगातार डायलिसिस के सहारे सुनीता जिंदा है। उसके लिए अब तक किडनी की व्यवस्था नहीं हुईं है।