झारखंड विधानसभा चुनाव के रुझानों में जेएमएम-कांग्रेस गठबंधन को बहुमत हासिल होता दिख रहा है, वहीं सत्ताधारी बीजेपी अब पिछड़ती नजर आ रही है, लंबे अरसे बाद कांग्रेस खेमे में खुशी की लहर दिखाई दे रही है, कांग्रेस के अच्छे प्रदर्शन का श्रेय निश्चित तौर पर प्रदेश पार्टी प्रभारी आरपीएन सिंह और उनकी टीम को जाता है, जिन्होंने इस चुनाव में एड़ी-चोटी का दम लगाया है।
झारखंड में जीत का आरपीएन को मिलेगा तोहफा
क्योंकि कांग्रेस के पास प्रदेश में कोई प्रभावी टीम नहीं थी, प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर अजय कुमार ऐन चुनाव से पहले पार्टी छोड़ कर दूसरी पार्टी में चले गए थे और नए अध्यक्ष के तौर पर नियुक्त हुए रामेश्वर उरांव बुजुर्ग हैं और उनका सारा फोकस अपने खुद के चुनाव पर रहा। सो, चुनाव लड़ाने की पूरी जिम्मेदारी पार्टी प्रभारी आरपीएन सिंह की थी, जो उन्होंने बखूबी निभाई है, जिसका साक्षात प्रमाण आज दिखाई दे रहा है।
आरपीएन सिंह की छोटी सी टीम ने किया बड़ा कमाल
मालूम हो कि आरपीएन सिंह के पास खुद की बहुत लंबी चौड़ी टीम भी नहीं थी, उनकी कोर टीम सह प्रभारी उमंग सिंघार, कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर और हरियाणा के अजय शर्मा को मिला कर बनी है।
आरपीएन सिंह के लिए राह आसान नहीं थी क्योंकि दल के कई बड़े नेता जैसे, प्रदीप बालमुचू, सुखदेव भगत, मनोज यादव आदि दूसरी पार्टियों में चले गए। बचे हुए बड़े नेता- रामेश्वर उरांव, आलमगीर आलम, राजेंद्र सिंह आदि खुद चुनाव लड़ रहे थे।
रूझानों में कांग्रेस-जेएमएम गठबंधन को बहुमत
अभी तक के रूझानों में कांग्रेस-जेएमएम गठबंधन को बहुमत मिल रहा है, जेएमएम गठबंधन को रुझानों में 43, बीजेपी को 27, आजसू को 4, जेवीएम को 3 सीटों पर बढ़त मिल रही है, वहीं अन्य के खाते में 4 सीटें आ रही हैं।
Input : One India