राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की ‘सी’ सर्टिफिकेट परीक्षा का पर्चा लीक हो गया है। मुजफ्फरपुर, भागलपुर, पटना, गया, रांची और हजारीबाग में बुधवार को एक पाली में लिखित परीक्षा हुई थी। मुजफ्फरपुर में पर्चा लीक होने पर दो बिहार बटालियन एनसीसी के एडम कमांडेंट कर्नल अनिल कुमार सिंह ने विश्वविद्यालय थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।
एफआईआर में कुमार आर्मी स्टोर के संस्थापक गुलशन कुमार और कैडेट सर्वेश कुमार को मुख्य आरोपित बनाया है। इनके अलावा 25 से 30 अज्ञात को भी आरोपित किया गया है। पुलिस छानबीन में जुट गई है। एलएस कॉलेज में ‘सी’ सर्टिफिकेट की परीक्षा हुई थी। इसमें मुजफ्फरपुर ग्रुप के करीब 11 सौ कैडेट शामिल हुए थे। प्रश्नपत्र लीक होने की जानकारी सैन्य अधिकारियों को पूर्व में ही हो गई थी। इस दौरान परीक्षा हॉल के बाहर रखे कैडेटो के 80 से अधिक मोबाइल भी जब्त किए गए। प्रारंभिक छानबीन में मोबाइल से परीक्षा का पर्चा मिला है। लीक पर्चा और परीक्षा में दिए गए पर्चा के सभी प्रश्न हू-ब-हू मिल रहे हैं। सभी जब्त मोबाइल पुलिस को सौंप दिए गए हैं, जिसकी एफएसएल जांच कराई जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, प्रश्नपत्र लीक करने की पूरी पटकथा अहियापुर में रची गई है। यहां से कई पूर्व कैडेट के शामिल होने की बात कही जा रही है। पुलिस की प्रारंभिक छानबीन में जब्त मोबाइल में एक व्हाट्सएप ग्रुप मिला, जिसका नाम ‘मिशन ‘सी’ सर्टिफिकेट सक्सेसफुल’ रखा गया था। इस ग्रुप से करीब 900 से अधिक कैडेट जुड़े हैं।
एक कैडेट से पांच हजार रुपये की डिमांड
सूत्रों की मानें तो मुजफ्फरपुर में होने वाली परीक्षा का माफियाओं ने 55 लाख रुपये में सौदा किया था। एक कैडेट से पांच हजार रुपये की डिमांड थी। अधिकांश ने पैसा भी माफियाओं को दे दिया था। बताया जाता है कि एनसीसी कैडेटों को ‘सी’ सर्टिफिकेट मिलने के बाद सेना बहाली में लिखित परीक्षा से छूट मिलती है। फिजिकल पास करने के बाद वे सीधा सेना में योगदान देते हैं। इस वजह से भी कैडेटों ने पर्चा खरीदा था।
‘सी’ सर्टिफिकेट परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक हुआ है। इस संबंध में विश्वविद्यालय थाना में एफआईआर कराई गई है। पुलिस को साक्ष्य दिए गए हैं। आगे की पूरी छानबीन पुलिस करेगी।
– ब्रिगेडियर राजेश नेगी, ग्रुप कमांडर, मुजफ्फपरपुर एनसीसी ग्रुप
Source : Hindustan