सीएम नीतीश कुमार ने उन लोगों का मुंह बंद कर दिया है, जो उन्हें लेकर ये दावा कर रहे थे कि नीतीश अब बिहार की राजनीति के धुरी नहीं हैं। 2024 लोकसभा चुनाव के परिणाम से जदयू काफी उत्साहित है। चुनाव से ठीक पहले नीतीश राजद का साथ छोड़कर NDA में लौटे थे। उनकी वापसी से बिहार में NDA की साख बची है। पड़ोसी राज्य बिहार में जहां भाजपा को बड़ा झटका लगा है तो वहीं बिहार में NDA गठबंधन ने दो तिहाई सीटें हासिल की है।
बिहार में भाजपा 17, जदयू 16, लोजपा(आर ) 5 तथा हम और रालोमो ने एक-एक सीट पर लोकसभा का चुनाव लड़ा था। जदयू प्रत्याशियों में 16 में 12 निवर्तमान सांसद थे। इसमें से जदयू की 12 सीटों पर जीत हुई है। वहीं जिन 4 सीटों पर जदयू हारा है, उनमें से तीन निवर्तमान सांसद भी हैं। हारने वाले निवर्तमान सांसदों में जहानाबाद से चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, कटिहार से दुलालचंद गोस्वामी और पूर्णिया से संतोष कुशवाहा हारने वाले निर्वतमान सांसद में शामिल हैं। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में जदयू 17 पर लड़ा था और 16 सीटों पर जीत दर्ज किया था।
जदयू के इन प्रत्याशियों को मिली जीत
- नालंदा से कौशलेंद्र कुमार
- मुंगेर से ललन सिंह
- भागलपुर से अजय मंडल
- वाल्मीकिनगर से सुनील कुमार
- सुपौल से दिलेश्वर कामत
- मधेपुरा से दिनेशचंद्र यादव,
- गोपालगंज से डॉ आलोक कुमार सुमन
- बांका से गिरिधारी यादव
- नालंदा से कौशलेंद्र कुमार
- झंझारपुर से रामप्रित मंडल
- सीतामढ़ी से देवेश चंद्र ठाकुर
- शिवहर से लवली आनंद
- सीवान से विजयालक्ष्मी देवी