नीट का रिजल्ट आने के साथ ही लाखों छात्रों का इंतज़ार खत्म हो गया है. ओडिशा के शोएब आफताब ने टॉप किया है. इसी कड़ी में बिहार के पृथ्वीराज सिंह को ऑल इंडिया 35वीं रैंक मिली है. पृथ्वीराज सिंह को यह सफलता कड़ी मेहनत के दम पर मिला है. तैयारी के दौरान उन्होंने 12-14 घंटे की पढ़ाई की. पृथ्वीराज सिंह पिछले दो साल से एलन इन्स्टीट्यूट में पढ़ाई कर रहे थे.
कोचिंग को बताया जरूरी
पृथ्वीराज सिंह का कहना है कि कोचिंग का काफी महत्त्व होता है. उन्होंने कहा कि परीक्षा की तैयारी में कोचिंग का काफी बड़ा रोल होता है. प्रभात खबर के मुताबिक उन्होंने कहा कि कोटा में हर स्टूडेंट के साथ इस तरह मेहनत की जाती है कि न सिर्फ उसे इंजीनियरिंग व मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिल सके बल्कि टॉपर्स की लिस्ट में भी शामिल हो सकें. पृथ्वी ने 10वीं कक्षा में 96 प्रतिशत एवं 12वीं में 95.2 प्रतिशत अंक प्राप्त किया था. पृथ्वी के पिता धर्मेंद्र कुमार ने बेटे की पढ़ाई को देखते हुये कोटा में ही ट्रांसफर करा लिया. वे कोटो में बैंक मैनेजर हैं व माता शशि नंदनी गृहिणी हैं.
12-14 घंटे की पढ़ाई की
पृथ्वीराज सिंह के मुताबिक कोटा में स्टूडेंट टाइम खराब नहीं करते बल्कि पूरे टाइम का उपयोग करते हैं. उन्होनें कहा कि कोचिंग में पढ़ाए गए टॉपिक्स को ही फिर से पढ़ा और हर बार पहले से बेहतर परफॉर्म करने की कोशिश की. उन्होंने बताया कि नीट की पूरी तैयारी एनसीईआरटी बेस्ड होने के कारण उन्हें काफी मदद मिली.
Source : Live Cities