उत्तर प्रदेश : अगर आप बैंक खाता खोलने के बाद कोई आपको कोरियर से पासबुक चेक एटीएम भेजने की बात कह रहा है तो यह खबर आपके लिए है. आपका बैंक का खाता खुलवाने वाले यह लोग साइबर ठग हो सकते हैं. उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की पुलिस ने ऐसे अंतर्राज्यीय साइबर गिरोह के पांच शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने ठगों के पास से 10 एटीएम, पासबुक, मोबाइल, जाली आधार कार्ड बरामद किए हैं. बताया जा रहा है कि यह प्रदेश के कई ग्राहकों के खातों से करीब एक करोड़ की ठगी कर चुके हैं. बिहार के रहने वाले इन ठगों के तार पूरे प्रदेश में फैले हुए हैं, जिसके चलते पुलिस इन ठगों के गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है.
यह ठग साधारण ठग नहीं है बल्कि यह वह शातिर ठग है, जो आपके खातों से पैसा भी निकाल लेंगे और आपको पता भी नहीं लगेगा. ये गैंग बैंक ग्राहक से न उनका पिन नंबर, न ओटीपी और न ही बैंक की कोई और जानकारी मांगते थे. बिहार और लखीमपुर के रहने वाले लोगों के खातों को खुलवा कर उनके एटीएम पासबुक और चेक बुक अपने पास रखते थे. चौंकाने वाली बात है कि यह ठग फर्जी आधार कार्ड के जरिए मोबाइल सिम निकलवाकर अपने मोबाइल के जरिए कोड डालकर लाखों रुपए निकाल लेते थे. पुलिस ने थाना सदर बाजार के एक धर्मशाला से बिहार और लखीमपुर के रहने वाले नीरज गौतम सचिन पवन बालिस्टर और राजेश को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इन ठगों के पास से 10 एटीएम, पासबुक, चेक बुक बरामद किए हैं. यही करीब 40 बैंक खातों के विवरण और तो जाली आधार कार्ड बरामद किए हैं, जिनसे अब तक 1 करोड़ों का लेनदेन कर ठगी की जा चुकी है.
एसपी एस आनन्द ने बताया कि पुलिस छानबीन में यह पता लगा है कि यह साइबर ठग भोले भाले वाले लोगों के खातों को खुलवाकर उनकी पासबुक एटीएम चेक बुक के अपने पास रख लेते थे. उन खातों में आए पैसे को अब तक यह ठग एक करोड़ की लेनदेन कर चुके हैं. पूरा गैंग एटीएम के जरिए रोजाना 20 से 25 हजार रुपए निकाल लेते थे और पुलिस को चकमा देते रहते थे. इस गैंग के अन्य सदस्यों ने प्रदेश के कई जिलों में अपना जाल फैलाए हुआ हैं. पुलिस को जानकारी मिली है कि इस गैंग के अन्य सदस्य गुप्त रूप से ठगी का काम कर रहे हैं, जिसके चलते पुलिस इन ठगों के जरिए अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है.
शाहजहांपुर की पुलिस ने पिछले 2 सालों दो साइबर ठगों के गैंग का सफाया कर चुकी है, लेकिन इस बार यह अनोखी ढंग का गैंग के पुलिस के हत्थे लगा है. इस गैंग के कारनामों को देखते हुए पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने लोगों को मीडिया के जरिए नसीहत दी है कि वह यदि किसी से खाता खुलवाने जा रहे हैं तो पहले जांच पड़ताल कर ले. वरना इसी तरीके से लोग ठगी का शिकार होंगे और उन्हें आज तक पता ही न लगेगा कि उनके खातों से रुपया आकर ठगों के हाथों में जा रहा है.
Source : News18