पिछले एक दशक से निर्माणाधीन 17 किमी हाजीपुर बाइपास (मधाैल से सदातपुर) काे लेकर अच्छी खबर सामने आई है। गुरुवार काे पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने स्थल का निरीक्षण किया था। जिस दाैरान एनएचएआई ने दावा किया है कि मधौल से सदातपुर तक 17 किमी लंबे हाजीपुर-मुजफ्फरपुर बाइपास का काम सितंबर महीने तक पूरा हो जाएगा।
एनएचएआई छपरा के प्राेजेक्ट डायरेक्टर मनाेज कुमार ने बताया है कि हर हाल में अक्टूबर महीने से बाइपास पर गाड़ियां दौड़ने लगेंगी। इस दौरान एक आरओबी के साथ तीन पुल, एक फ्लाईओवर और तीन पुल के एप्राेच राेड सहित 25 फीसदी शेष सड़क का निर्माण पूरा किया जाएगा। काम जल्द पूरा हो इसके लिए बारिश के मौसम में भी काम जारी रहेगा। गाड़ियों की आवाजाही शुरू हाेने के बाद सर्विस राेड सहित अन्य निर्माण कार्य काे भी अंतिम रूप दिया जाएगा।
बता दें कि प्रधान सचिव के निरीक्षण के दाैरान एनएचएआई के अधिकारियाें के आलावा जिला प्रशासन के अधिकारी भी माैजूद थे। निरीक्षण के दाैरान निर्माण कार्य में आ रही तीन प्रमुख बाधाओं काे दूर करने का निर्देश दिया गया है।
मालूम हो कि बथना राम गांव के पास मुआवजा भुगतान नहीं हाेने की वजह से कुछ घराें काे अबतक नहीं हटाया गया है। प्रधान सचिव के निर्देश के बाद आज यानी शुक्रवार काे मुआवजा भुगतान होते ही घराें काे हटा दिया जाएगा। प्रधान सचिव ने प्रावधान के तहत प्रक्रिया पूरी करते हुए अगले सप्ताह के मंगलवार तक हर हाल में वहां से मंदिर हटाने का निर्देश दिया है।
मालूम हो कि बाइपास बनने से मुजफ्फरपुर शहर को जाम से मुक्ति मिलेगी। चांदनी चौक से रामदयालु नगर तक जाम से छुटकारा मिलेगा। इसके साथ ही उत्तर बिहार के विभिन्न जिलों से आने-जाने वाली गाड़ियां भी आसानी से राजधानी आ-जा पाएगी। पटना से मोतिहारी, रक्सौल, बेतिया, शिवहर, सीतामढ़ी, दरभंगा और मधुबनी जाने वाली गाड़ियों को बाईपास बनने के बाद मुजफ्फरपुर शहर आने की जरूरत नहीं पड़ेगी।