मुजफ्फरपुर और हाजीपुर में NIA ने बुधवार को ताबड़तोड़ छापेमारी की। नागालैंड से AK-47 की तस्करी और अवैध धन को जमीन कारोबार में निवेश करने के मामले में कार्रवाई की गई। जांच एजेंसी ने पटना हाईकोर्ट के वकील संदीप कुमार सिन्हा उर्फ छोटू के हाजीपुर स्थित घर और मुजफ्फरपुर के कुढ़नी प्रखंड के मुखिया नंदकिशोर यादव उर्फ भोला राय के घर पर दबिश दी।
हाजीपुर में 4 घंटे की छापेमारी
हाजीपुर के एसडीओ रोड पर स्थित वकील संदीप कुमार के घर बुधवार सुबह करीब 5 बजे NIA की टीम पहुंची। छापेमारी में लगभग 30 अधिकारियों की टीम शामिल थी, जिनमें से 10 घर के भीतर जांच कर रहे थे। करीब 4 घंटे तक चले सर्च ऑपरेशन में दस्तावेजों और अन्य सबूतों को खंगाला गया। बताया जा रहा है कि वकील संदीप कुमार जमीन कारोबार से भी जुड़े हुए हैं।
मुजफ्फरपुर के कुढ़नी में 10 घंटे की दबिश
मुजफ्फरपुर के कुढ़नी प्रखंड के मुखिया नंदकिशोर यादव उर्फ भोला राय के घर NIA की टीम मंगलवार रात 1 बजे ही पहुंच गई थी। यहां करीब 10 घंटे तक जांच-पड़ताल चली। चर्चा है कि यह कार्रवाई मुखिया के बेटे देवमुनि राय द्वारा AK-47 की खरीद-फरोख्त और अवैध धन को जमीन कारोबार में निवेश से जुड़े मामले को लेकर हुई है।
AK-47 तस्करी का मामला
इस पूरे मामले की शुरुआत 7 मई 2024 को हुई थी, जब बिहार STF और जिला पुलिस ने वैशाली-मुजफ्फरपुर बॉर्डर से AK-47 बरामद की थी। इस दौरान तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें कुढ़नी के मुखिया का बेटा देवमुनि राय और हाजीपुर निवासी सत्यम भी शामिल थे। उनके पास से AK-47 के पार्ट्स और तीन लाख रुपये कैश बरामद हुए थे।
नागालैंड से शुरू होकर बिहार तक फैला नेटवर्क
जांच के दौरान गिरफ्तार आरोपी विकास ने खुलासा किया कि वह नागालैंड के दीमापुर में अहमद अंसारी नामक व्यक्ति से AK-47 खरीदता है। उसने यह भी स्वीकार किया कि मई 2024 में उसने कुढ़नी इलाके के मुखिया के बेटे देवमुनि को एक AK-47 बेची थी। इसके बाद, NIA ने मामले को अपने हाथ में ले लिया और गहराई से जांच शुरू की।
जमीन कारोबार में निवेश का खुलासा
जांच में यह भी पता चला है कि AK-47 की डील से मिलने वाले पैसे को जमीन कारोबार में निवेश किया जाता था। बताया जाता है कि इस कारोबार में वकील संदीप कुमार की अहम भूमिका थी। इसी कड़ी को जोड़ते हुए NIA ने वकील के हाजीपुर स्थित मकान पर छापेमारी की।
आगे की कार्रवाई
NIA इस मामले से जुड़े हर पहलू की जांच कर रही है। यह देखा जा रहा है कि जमीन खरीद-बिक्री में शामिल अन्य लोग भी इस अवैध धन का लाभ उठा रहे थे या नहीं। इसके अलावा, तस्करी नेटवर्क में शामिल अन्य संदिग्धों की भी तलाश जारी है।