आगामी लोकसभा चुनाव से पहले जनता दल (यूनाइटेड) में बड़ा बदलाव हुआ है. राजधानी दिल्ली में आयोजित जनता दल यूनाइटेड की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने के बाद उन्होंने पार्टी के नए अध्यक्ष के लिए खुद नीतीश कुमार के नाम का प्रस्ताव आगे रखा.
इस्तीफा देने से पहले ललन सिंह सीएम नीतीश कुमार के साथ एक ही गाड़ी में सवार होकर बैठक में पहुंचे थे. बैठक से पहले समर्थकों ने नीतीश के पक्ष में नारे लगाए. कार्यकर्ताओं को ‘नीतीश कुमार जिंदाबाद’… ‘नीतीश कुमार देश के प्रधानमंत्री बनें’ के नारे लगाते देखा गया.
-बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा, ‘ललन सिंह की विदाई बहुत बेइज्जती से हुई है.. इससे अच्छा तो पहले ही इस्तीफा दे देते .. दुनिया के सामने अपनी फजीहत करवाई ललन सिंह ने .. ललन सिंह के लिए हमें भी बुरा लग रहा है. उनके साथ बहुत बुरा हुआ है.
#WATCH | Inside visuals of the JD(U) national executive meeting at the Constitution Club in Delhi.
Bihar CM Nitish Kumar, JD(U) national president Rajiv Ranjan (Lalan) Singh and other party leaders attend the meeting. pic.twitter.com/FkgCS3AMai
— ANI (@ANI) December 29, 2023
-प्रस्ताव की प्रति सामने आई है जिसमें नीतीश को INDIA गठबंधन के दलों के साथ वार्ता के लिए अधिकृत किया गया है.
-बिहार सरकार के वरिष्ठ मंत्री विजय चौधरी ने कहा, ‘ललन सिंह ने बताया कि उनको लोकसभा चुनाव लड़ना है इसलिए इस्तीफा दिया.’ जेडीयू के बीजेपी के साथ जाने की खबरों पर विजय चौधरी ने कहा, ‘BJP के साथ जाएंगे या नहीं ये इकरारनामा क्या मीडिया में दे दें ?’
-बिहार सरकार में मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा, “नीतीश कुमार ने इसे(अध्यक्ष पद) स्वीकार कर लिया है. अभी राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी उसमें अगर प्रस्ताव अनुमोदित हो जाता है तो स्वाभाविक रूप से वे राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे. ललन सिंह ने खुद कहा कि उन्होंने पहले भी मुख्यमंत्री के निर्देश पर ही पद स्वीकार किया था अब उन्हें चुनाव लड़ने के लिए लगातार बाहर रहना होगा इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया वे पद स्वीकार करें.”
-ललन सिंह ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा, ‘चुनाव में अपनी सक्रियता को देखते हुए में अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं और नीतीश कुमार का नाम अध्यक्ष पद के लिए प्रस्तावित करता हूं.’
– राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने जेडीयू के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान उन्होंने पद से इस्तीफा दिया. इसके साथ ही तमाम अटकलों पर विराम भी लग गया है.
– कहा जा रहा है कि नीतीश को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी जाने की स्क्रिप्ट लिखी जा चुकी है. सूत्रों ने बताया कि ललन सिंह, नीतीश के नाम का प्रस्ताव रखेंगे, जिसे बाकी के नेता सर्वसम्मति से सहमति देंगे.
– जेडीयू की यह बैठक राजधानी दिल्ली के कंस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित की जा रही है. बैठक में शामिल होने के लिए तमाम नेता पहुंच रहे हैं. बिहार के मंत्री विजय कुमार चौधरी से जब पूछा गया कि क्या वह जदयू के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे? उन्होंने कहा, “आप मुझे यह बताने वाले पहले व्यक्ति हैं…हम (बैठक में) एजेंडे में उठाए गए मुद्दे पर चर्चा करेंगे. वर्तमान में, ललन सिंह जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं…अगर वह राष्ट्रीय हैं मुखिया, फिर ऐसी बात क्यों आएगी…वह ठीक काम कर रहे हैं.”
-जेडीयू के विश्वस्त सूत्रों के हवाले से से जो खबर सामने आ रही है उसके मुताबिक, बैठक में कई फैसले लिए जा सकते हैं जिनमें प्रमुख हैं-
बैठक में नीतीश कुमार को लेकर बड़ा प्रस्ताव लाया जाएगा जिसमें लोकसभा चुनाव और संगठन के सभी फैसलों के लिए नीतीश कुमार को अधिकृत किया जाएगा.
एक अन्य प्रस्ताव में नीतीश कुमार को पार्टी से जुड़ी सभी शक्तियां देने का प्रस्ताव है और गठबंधन पर फैसले के लिए नीतीश अधिकृत किए जाएंगे.
इसके अलावा, सीट शेयरिंग और उम्मीदवारों के चयन के लिए भी नीतीश कुमार को अधिकृत किया जाएगा.
लोकसभा चुनाव को लेकर संगठन में बड़े फैसलों के लिए भी नीतीश होंगे अधिकृत.
जनता दल राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से ठीक पहले नीतीश कुमार के घर पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह मिलने पहुंचे. सुबह 11:30 बजे बैठक शुरू होनी है. K कामराज लेन पर नीतीश कुमार के आवास पर पहले से ही संजय झा और संतोष कुशवाहा मौजूद हैं.
सारे अधिकार नीतीश के पास!
सीट शेयरिंग, गठबंधन और उम्मीदवारों के चयन ओर सिंबल जारी करने का अधिकार राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास होता है. अगर राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास यह अधिकार नहीं होंगे और नीतीश कुमार के अधिकृत करने के लिए यह प्रस्ताव लाया जा रहा हैं तो फिर ललन सिंह अध्यक्ष क्यों बने रहेंगे यह बड़ा सवाल है?
इससे पहले गुरुवार को नीतीश कुमार पटना से दिल्ली पहुंचे और यहां बंद कमरे में उनकी ललन सिंह के साथ काफी देर तक बातचीत हुई. इसी मुद्दे पर बिहार की राजनीति में उथल-पुथल देखी जा रही है.
Source : Aaj Tak