जेडीयू के मुस्लिम नेताओं के साथ बैठक के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि वो अल्पसंख्यकों के कल्याण और उनके विकास के लिए काम करते रहेंगे। जब एनडीए के साथ थे, तब भी उन्होंने अस्पसंख्यकों के लिए बगैर किसी दबाव के काम किया। सीएम नीतीश ने अल्पसंख्यक समाज के लोगों को ओबैसी की पार्टी एआईएमआईएम से सावधान रहने को कहा। उन्होंने कहा कि यह भाजपा की बी टीम है और आगामी चुनावों में वोट काटने के लिए जगह-जगह अपने उम्मीदवार उतारेगी। ऐसे में इनके मंसूबों पूरा नहीं होने देना है।
नीतीश कुमार ने ये बातें शनिवार को पार्टी के अल्पसंख्यक नेताओं के साथ बैठक के दौरान कही। इस बैठक में सभी 38 जिलों से बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक समाज के लोग शामिल हुए। आपको बता दें नीतीश के पटना में एक अणे मार्ग स्थित आवास पर बैठक का आयोजन हुआ। सुबह से ही सीएम आवास पर मुस्लिम नेताओं का जुटना शुरू हो गया था। 2 अक्टूबर को जारी हुई जाति गणना की रिपोर्ट के अनुसार बिहार में मुस्लिमों की आबादी 17.70 फीसदी है। जो एक बड़ा वोटबैंक है। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले जेडीयू मुस्लिम वोटरों को साधने में जुटी है।
बिहार में EBC, OBC और दलितों के बाद सबसे बड़ा वोट बैंक मुस्लिमों का है। इस बैठक के जरिए नीतीश कुमार का मकसद सरकार के द्वारा कराए कामों का संदेश मुसिल्म समाज में भी पहुंचाना है। ताकि मुस्लिमों को भी पता चले कि सरकार ने उनके समाज के लिए अब तक क्या कुछ किया है। क्या योजनाएं चलाई हैं। वैसे तो बिहार में माना जाता है कि मुस्लिम-यादव वोट बैंक पर आरजेडी का कब्जा है। लेकिन अब जदयू ने भी मुस्लिमों के बीच पैठ बनानी शुरु कर दी है। जिसके चलते ही नीतीश कुमार ने पार्टी के मुस्लिम नेताओं संग मैराथन बैठक की।
Source : Hindustan