बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में सरकार चला रहे एनडीए के दो प्रमुख घटक दल जनता दल यूनाइटेड और भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेताओं के बीच तीखी बयानबाजी के बीच राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा है कि जेडीयू और बीजेपी के बीच पति-पत्नी की तरह का गठबंधन है और पति-पत्नी के बीच खटपट से परिवार नहीं टूट जाता है। जेडीयू मंत्री यादव ने कहा कि हमारे गठबंधन में मधुर रिश्ता है, लीडर में कोई झंझट नहीं है, मंत्रिमंडल में कोई मतभेद नहीं है।
बिहार में जेडीयू की अगुवाई वाली सरकार पर भाजपा के केंद्रीय मंत्री से लेकर प्रांतीय नेता तक लगातार सीधे या घुमाकर हमला करते रहते हैं। कभी समान नागरिक संहिता की बात उठती है तो कभी जनसंख्या कानून की जिस पर जेडीयू को डिफेंसिव होना पड़ता है क्योंकि इन मसलों पर उसकी राय विपक्षी पार्टियों से मेल खाती है। कई बार खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इन मसलों पर बोलना पड़ता है तब जाकर मामला शांत होता है।
अग्निपथ आंदोलन के दौरान बिहार की डिप्टी सीएम रेणु देवी और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल के आवास समेत कई जिलों में बीजेपी दफ्तरों पर उपद्रवियों के हमले को लेकर भाजपा ने राज्य सरकार की कानून-व्यवस्था और पुलिस की मुस्तैदी पर सवाल उठा दिया। खुद संजय जायसवाल ने कह दिया कि पुलिस क्या कर रही थी। इस पर राज्य के डीजीपी ने कहा कि पुलिस ने ही हमले में सबको बचाया। ये मामला शांत भी नहीं हुआ था कि उच्च शिक्षा पर विवाद शुरू हो गया।
प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार के कॉलेज-यूनिवर्सिटी में 3 साल की डिग्री 6 साल में मिल रही है। 2019 में जिन लोगों ने ग्रैजुएशन में एडमिशन लिया उनके सेकेंड ईयर की परीक्षा अभी तक नहीं हुई है। संजय जायसवाल यह सब कहते हुए बिहार के शिक्षा मंत्री पर निशाना साध रहे थे। जवाब में जेडीयू ने ना देरी की और ना मरब्बत। जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि यूनिवर्सिटी-कॉलेज कुलाधिपति यानी राज्यपाल के अंदर आते हैं तो क्या संजय जायसवाल गवर्नर पर सवाल उठा रहे हैं जिनकी नियुक्ति केंद्र सरकार के द्वारा की जाती है।
Source : Hindustan