इन दिनों बिहार में बेरोजगार युवक और युवतियों के लिए चाय का स्टार्टअप सबसे पसंदीदा रोजगार बन गया है। अब तक ग्रेजुएट चाय वाली, बेवफा चाय वाला, आत्मनिर्भर चाय वाली को पटनाइट्स ने देखा। नया यह कि हम आपको आरजेडी फैन चाय वाले से मिलवा रहे हैं। यह नई दुकान ईको पार्क के आसपास ठेले पर लगती है।
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चाय पीने पहुंचे तेजप्रताप यादव
आरजेडी, बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी है। मुकेश सहनी की पार्टी के विधायकों को भाजपा द्वारा तोड़ कर लाने से पहले तक यही पार्टी बिहार की सबसे बड़ी पार्टी थी। लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव की पार्टी से प्रेम करने वाले अखिलेन्द्र यादव हिंदुस्तानी ने ‘आरजेडी फैन चाय वाला’ नाम से चाय-नाश्ते की दुकान खोली है। दिलचस्प यह कि लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव उनकी दुकान पर चाय पीने पहुंचे। तेज ने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने 19 लाख रोजगार दे दिया होता तो यह चायवाले भी किसी ऑफिस में बैठते एसी में।
बीएससी फाइनल ईयर के छात्र हैं अखिलेन्द्र
अखिलेन्द्र यादव हिंदुस्तानी बिहार के नालंदा के रहने वाले हैं और अभी बीएससी फाइनल ईयर के छात्र हैं। बातचीत में अखिलेन्द्र बताते हैं कि पहले वे प्राइवेट जॉब करते थे जिससे उनका गुजारा नहीं हो पा रहा था। इसलिए उन्होंने स्वरोजगार करने का मन बनाया। इसलिए उन्होंने चाय की दुकान खोल ली। वे बताते हैं कि चाय की दुकान खोलने में पूंजी कम लगती है और मुनाफा अधिक होता है। अखिलेन्द्र कहते हैं कि केन्द्र और राज्य सरकार में सरकारी नौकरी से भरोसा टूट चुका है।
यह नाम क्यों रखा?
उन्होंने अपनी दुकान पर कई तरह की बातें भी लिख रही हैं। लिखा है – ‘लैला नहीं थामती किसी बेरोजगार का हाथ, मजनू को अगर इश्क है तो कमाने लग जाए।’ ‘परवाह मत करो लोग क्या कहते हैं, क्योंकि तुम्हारे घर का खर्च लोग नहीं तुम खुद उठाते हो।’ अपने दुकान का नाम राजद फैन वाला क्यों रखा? इस सवाल के जवाब में वे कहते हैं कि वे बचपन से ही लालू प्रसाद यादव के बड़े फैन हैं। इसलिए चाय दुकान का नाम राजद फैन चाय वाला रखा हैं।
Source: Dainik Bhaskar