भारत का एक मात्र डिजिटल चर्चित भिखारी राजू अब इस दुनिया नहीं रहा। गुरुवार की देर रात इलाज के दौरान गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उसकी मौत हो गई है। बताया जा रहा कि बेतिया रेलवे स्टेशन पर भीख मांगने के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ी थी। स्थानीय लोगों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने बताया कि राजू की मौत हार्ट अटैक से हुई है।
राजू के परिजनों ने बताया कि उसने तीन दशकों से स्टेशन-स्टेशन और गांव-गांव में भीख मांगते हुए गुजारा किया। वह बचपन से ही घर में नहीं रहता था। आज सुबह गार्ड आकर बताया कि राजू का निधन हो गया है, जिसके बाद हम अस्पताल पहुंचे।
खुद को लालू प्रसाद का बेटा मानने वाला राजू लालू के सभी कार्यक्रमों में निश्चित रूप से शामिल होता था। राजू कहता था कि लालू यादव भी उसके फैन थे, और वह उनके प्रति इतना विश्वास रखता था कि साल 2005 में लालू प्रसाद यादव के आदेश के अनुसार, उसे रोज सप्त क्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस की पैंट्री कार से भोजन की सेवा मिलती थी। यह अनुभव साल 2015 तक जारी रहा। राजू अपने खुद के पैसे से भोजन करता था।
लोकसभा, विधानसभा या पंचायत चुनाव हो, सभी चुनावों में प्रत्याशी राजू को अपने साथ घूमाना चाहते थे। राजू के घूमने से लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती थी। इसके अलावा, राजू भीख मांग कर इकट्ठा किए हुए रुपए से जरूरतमंदों को मदद करता था। पश्चिम चंपारण के बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक सभी उसे अच्छे से जानते थे। उसकी मौत के बाद, पश्चिमी चंपारण में लोग उसे दुख की लहर समझकर याद कर रहे हैं।