बिजली उपभोक्ताओं की शिकायतों के समाधान के लिए नयी और मजबूत कार्यप्रणाली विकसित होगी। वर्तमान में अलग-अलग माध्यमों से उपभोक्ताओं की शिकायत लेकर उनका निवारण किया जाता है।
जल्द ही ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों माध्यमों से मिलने वाली सभी शिकायतों को एक प्लेटफॉर्म पर लाते हुए उसे सेंट्रलाइज्ड डेटा तैयार किया जायेगा। इससे शिकायतों का सही समय पर निबटारा करने में मदद मिलेगी।
शिकायत प्राप्त कर उसके निबटारे की पूरी व्यवस्था की डिजाइनिंग से लेकर ऑपरेशन की जिम्मेदारी निजी एजेंसी को दी जायेगी। इस पर करीब 30.58 करोड़ का खर्च आयेगा। उपभोक्ताओं को ऑफलाइन कस्टमर केयर सेंटर से लेकर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने के लिए इ-मेल व कॉल एक्जिक्यूटिव की सेवाएं उपलब्ध करायी जायेगी। वर्तमान में जूनियर इंजीनियर से लेकर सुपरिटेंडेंट इंजीनियरों को आम लोगों से मिलने का निर्देश दिया गया है।
टोल फ्री नंबर 1912 व सुविधा एप से करें शिकायत
वर्तमान में टोल फ्री नंबर 1912 के साथ बिजली कंपनी के सुविधा एप के माध्यम से शिकायत दर्ज करायी जा सकती है। बिजली आपूर्ति कंपनियों साउथ व नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन के वेबसाइट पर भी शिकायत के लिए लिंक उपलब्ध कराया गया है। बिहार राज्य विद्युत विनियामक आयोग के निर्देश पर सभी प्रमंडलों में कंज्यमूर ग्रिवांस रिड्रेसल फोरम की स्थापना की गयी है।
Source : Hindustan