MUZAFFARPUR | नीट परीक्षा में सॉल्वर मामले की जांच कर रहे मिठनपुरा थाना के आईओ मिथुन कुमार शनिवार को न्यायालय में वारंट का आवेदन दे सकते हैं। यह आवेदन फरार चल रहे आरोपित प्रयागराज निवासी राज पांडेय और जोधपुर एम्स के छात्र हुकमा राम की गिरफ्तारी के लिए दिया जाएगा। दोनों आरोपितों के नाम और पते का सत्यापन किया जा चुका है। सिटी एसपी ने दो दिन पहले ही आईओ को इस संबंध में वारंट और कुर्की की कार्रवाई का निर्देश दिया था।
मामला तब गहराया जब फर्जीवाड़ा कर नीट परीक्षा देते पकड़े गए हुकमा राम को छूटने दिया गया। सेंटर से सॉल्वर के छूटने का रहस्य अब तक बरकरार है और इस मुद्दे पर पुलिस परीक्षा केंद्र पर मौजूद प्रेक्षक डॉ. मंजरी आनंद, भरत भूषण और निरीक्षक अभिषेक कुमार से पूछताछ करेगी। हुकमा राम के पकड़े जाने को लेकर सेंटर अधीक्षक डॉ. भारती नायक द्वारा बनाई गई रिपोर्ट पर प्रेक्षक और निरीक्षक के हस्ताक्षर हैं। इस रिपोर्ट की प्रति पुलिस ने सुरक्षित रखी है।
सिटी एसपी अवधेश दीक्षित ने मिठनपुरा थाना के दारोगा मिथुन कुमार को प्रेक्षकों और निरीक्षक का बयान केस डायरी में दर्ज करने का निर्देश दिया है। अब यह स्पष्ट होगा कि हुकमा राम कैसे पकड़ा गया और फिर कैसे छूटा। मिठनपुरा थाना के दारोगा रामकृष्ण परमहंस ने बताया कि सेंटर अधीक्षक डॉ. भारती नायक के सॉल्वर के पकड़े जाने की सूचना पर वे सेंटर पर पहुंचे थे। अधीक्षक ने उन्हें इंतजार करने को कहा, फिर रात 11 बजे बताया कि वे एफआईआर दर्ज नहीं कराएंगे और हुकमा को छोड़ दिया जाए।
सेंटर अधीक्षक डॉ. भारती नायक ने प्रेक्षकों और निरीक्षक के संयुक्त हस्ताक्षर से नीट मुख्यालय को भी एक रिपोर्ट भेजी है, जिसमें हुकमा राम को पुलिस द्वारा गिरफ्तार नहीं करने की बात कही गई है। अब प्रेक्षकों और निरीक्षक से पूछताछ के बाद ही यह मामला पूरी तरह से स्पष्ट हो पाएगा।