मुजफ्फरपुर। ग्रामीणों की समस्याओं की सुनवाई उनके घर पर ही करने के उद्देश्य से सकरा की चंदनपट्टी पंचायत के गिरेन्द्र नारायण माध्यमिक विद्यालय के प्रागण में ग्राम विकास शिविर का आयोजन किया गया। इसमें ग्रामीणों की समस्याओं से अधिकारी अवगत हुए। कई मामलों का आन द स्पाट समाधान किया गया। डीएम प्रणव कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रहीं जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए ग्राम विकास शिविर के माध्यम से सरकार आपके द्वार शिविर का आयोजन किया गया है। पंचायत विकास कार्यो की समीक्षा जनता के बीच कर समस्याओ का निपटारा शिविर के माध्यम से करने का काम किया जा रहा है। चंदनपट्टी पंचायत का इतिहास गौरवान्वित है। यहां प्रखर समाजवादी जयप्रकाश नारायण के साथ सामाजिक चिंतन की धरोहर ठक्कर पापा का आगमन हुआ है। यह जिले की एकलौता पंचायत है जहां नल जल योजना को बिजली के साथ जनरेटर से भी संचालित किया जा रहा है। शिविर को डीडीसी आशुतोष द्विवेदी, प्रमुख नूर आलम, उप प्रमुख मदन प्रसाद सिंह, बीडीओ आनंद मोहन व अंचलाधिकारी संजय महतो ने भी संबोधित किया।
शिविर में हर समस्या को लेकर अलग-अलग काउन्टर लगाए गए थे। इसमे सैकड़ों लोगो ने अपनी समस्या का आवेदन दिया। बीडीओ ने बताया कि मनरेगा, आपूर्ति, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित नल जल व शौचालय आदि के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों की देखरेख में काउंटर लगे थे। उन्होने बताया कि शिविर में 2246 आवेदन आए। इसमें 1651 मामलों का मौके पर ही निष्पादन किया गया। शेष मामले जो जिला स्तर का है उनका जल्द निष्पादन कराया जाएगा। धन्यवाद ज्ञापन भर्तीपुर पंचायत के मुखिया सह जिलाध्यक्ष इंद्रभूषण सिंह अशोक ने किया। अधिकारियो को अंगवस्त्र व बुके देकर सम्मानित किया गया। अंत में अधिकारियों ने विद्यालय प्रागण में पौधारोपण किया।
आशा के बकाया भुगतान की मांग : डिहूली इश्हाक पंचायत की आशा कार्यकर्ता पूनम कुमारी ने डीएम को आवेदन देकर बकाया राशि के भुगतान की मांग की है। बताया कि 2017 से 2019 तक कुल 57 प्रसव का बकाया 34,400 रुपये है। अस्पताल प्रबंधक से मिलते हैं तो बकाया राशि देने से इन्कार कर देते हैं।
काश हर माह होता डीएम साहब का प्रोग्राम : सुजावलपुर से गन्नीपुर बेझा, सबहा से मरीचा जानेवाली सड़क की दुर्दशा, याकूब चौक से मझौलिया गुमटी तक जाने वाली सड़क की स्थिति यह कि यहां गाड़ी से कौन कहे पैदल चलने में मुश्किल है। इसको लेकर ग्रामीणों ने तमाम जनप्रतिनिधियों को पत्र के माध्यम से अवगत कराया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिला परिषद सदस्य अनील कुमार ने कहा कि काश डीएम साहब हमेशा सकरा में आते और उन सड़कों से आना-जाना होता जहां आम लोगों को पैदल चलना मुश्किल हो गया है। बाजी बुजूर्ग पंचायत की मुखिया महानंदनी देवी ने डीएम को आवेदन देकर कहा कि कदाने नदी के बाजी स्थित पुल काफी जर्जर है। स्लूस गेट जर्जर हो चुका है। स्टेट ट्यूबवेल बंद है। किसानों को खेती की समस्या हमेशा रहती है। विशाल कुमार ने कहा कि चंदनपट्टी में युवाओं को खेलने के लिए खेल मैदान का अभाव है। बाबुल रजक ने कहा कि डिहुली इश्हाक पंचायत में वार्ड सदस्य द्वारा महादलित को वार्ड सचिव नहीं बनने दिया गया। विनय कुमार ने पीएनबी बैंक में मोबाइल नंबर नहीं जोड़ने की शिकायत की। मड़वन के मुखिया अवधेश प्रसाद सिंह ने कहा कि किसानों से पैक्स धान नहीं खरीदता। दिव्यांग सुबोध कुमार व मोनु कुमार ने कहा कि ट्राई साइकिल के लिए काफी पैरवी की, लेकिन नहीं मिल सकी।
जंग खा रही सेनेटरी पैड बनाने की मशीन : दो वर्ष पहले लगाई गई सेनेटरी पैड की मशीन जंग खा रही है। इसके लिए जीविका दीदी को प्रशिक्षित भी किया गया था। चंदनपट्टी आए डीएम व डीडीसी से जीविका दीदी ने उद्योग बंद होने की शिकायत की है। जीविका की ओर से 40 जीविका दीदी को नमकीन व सेनेटरी पैड बनाने के लिए प्रशिक्षित किया गया था। सरमस्तपुर पंचायत सरकार भवन में इस उद्योग को चलाने के लिए मशीन दो साल पहले लगा दी गई। उद्घाटन भी हो गया, लेकिन फंड के अभाव में उद्योग चालू नहीं हो सका। जीविका की अध्यक्ष गुड़िया देवी, रीता देवी, सोनी देवी, सुमित्रा देवी आदि ने बताया कि रोजगार के लिए टकटकी लगाए बैठे हैं। सरकार के प्रशिक्षण पर काफी खर्च भी हुआ और मशीन खरीदकर बेकार पड़ा है। बाजारों में सेनेटरी पैड की माग ज्यादा है। डीएम ने डीडीसी को फंड भेजे जाने की जानकारी देते हुए काम शुरू कराने व इसकी रिपोर्ट देने का निर्देश दिया।
Source : Dainik Jagran