नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए बड़ी खबर है।जवाहर नवोदय विद्यालय में अब अधिक उम्र के बच्चे दाखिला नही ले पाएंगे। इसे लेकर अब विद्यालय समिति नकेल कसेगी। नवोदय विद्यालय समिति के अनुसार 10–12 वर्ष के बच्चों ही छठी कक्षा की प्रवेश परीक्षा में शामिल हो पाएंगे। पहले यह उम्र सीमा 9-13 वर्ष तक निर्धारित थी। जबकि शैक्षणिक सत्र 2023 – 24 के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा में इसे 10 से 12 वर्ष कर दिया गया है।बता दें कि नवोदय विद्यालय समिति ने नई शिक्षा नीति के हिसाब से इसे लागू किया है।
मालूम हो कि नवोदय प्रवेश परीक्षा के लिए नए नियम लागू होने से पैरेंट्स की परेशानी बढ़ गई है। अब एडमिशन के लिए आवेदन करने वाले बच्चों को उनके पैरेंट्स का आवासीय भी देना होगा। जैसे कि अगर कोई बच्चा मुजफ्फरपुर के सरकारी या मान्यता प्राप्त स्कूल में पांचवीं में पढ़ रहा है तो उसे यहां का आवासीय प्रमाण पत्र देना होगा तभी वह जिले के नवोदय विद्यालय में नामांकन के लिए योग्य माना जाएगा। यानी कि जो बच्चे जहां के रहनेवाले हैं वहीं के स्कूल का स्टूडेंट होने पर एडमिशन हो सकता है अथवा नहीं।
जैसे अगर कोई बच्चा पटना का मूल निवासी है और मुजफ्फरपुर के विद्यालय में पढ़ रहा है और उसके पास यहां का आवासीय नहीं है तो वह दोनों में से कहीं के नवोदय विद्यालय में दाखिले के लिए आवदेन नहीं कर पाएगा क्योंकि न उसके पास मुजफ्फरपुर का आवासीय है न ही वह पटना के किसी स्कूल में पढ़ रहा है। ऐसे बच्चे नामांकन के लिए योग्य नही माने जायेंगे।
वहीं स्टूडेंट्स अब राज्य के निर्धारित भाषा में ही परीक्षा दे सकेंगे। पहले स्टूडेंट्स संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल भाषाओं में से किसी में भी परीक्षा दे सकते थें, मगर अब ऐसा नही है। जैसे बिहार के स्टूडेंट्स हिंदी,अंग्रेजी और उर्दू भाषा में ही परीक्षा दे पाएंगे।ही विकल्प दे सकेंगे।
बता दें कि नवोदय विद्यालय के लिए 29 अप्रैल को प्रवेश परीक्षा होगी। जिसके लिए 02 घंटे की अवधि निर्धारित होती हैं।