एक तरफ बांग्लादेश सुलग रहा है तो दूसरी तरफ पाकिस्तान मैंगो डिप्लोमेसी के जरिए भारत के विपक्षी सांसदों से संपर्क साधने की कोशिश कर रहा है
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दावा किया है कि दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत 7 भारतीय सांसदों को आम के कार्टन भेजे हैं। यह कदम मैंगो डिप्लोमेसी के तहत उठाया गया है, जो कि अक्सर देशों के बीच रिश्तों को मधुर बनाने के लिए इस्तेमाल होती है।
भाजपा का आरोप
राहुल गांधी और अन्य विपक्षी सांसदों को पाकिस्तान उच्चायोग से आम मिलने पर भाजपा ने विपक्ष पर निशाना साधा है। भाजपा नेता अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए सवाल उठाया, “पाकिस्तान उच्चायोग इन चुनिंदा 7 भारतीय सांसदों को आम के कार्टन क्यों भेजेगा? राहुल गांधी, कपिल सिब्बल, शशि थरूर, मोहिब्बुल्लाह नदवी, जिया उर रहमान बर्क, अफजाल अंसारी और इकरा हसन। कुछ लोगों को आम कौन भेजता है, इससे भी पहचाना जा सकता है।”
#WATCH | Union Minister Giriraj Singh says, "Some time ago Rahul Gandhi said that he doesn't like mangoes from Uttar Pradesh. Pakistan Embassy has sent mangoes to Rahul Gandhi now. He should tell what other things he likes. Rahul Gandhi batayen kya Modi ko hatane ka koi naya… pic.twitter.com/HB9HUHiNGz
— ANI (@ANI) August 7, 2024
गिरिराज सिंह का हमला
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी इस मुद्दे पर विपक्ष पर हमला बोला। उन्होंने एक्स पर लिखा, “राहुल गांधी को उत्तर प्रदेश का आम अच्छा नहीं लगता मगर राहुल और उनके टुकड़े टुकड़े गैंग को पाकिस्तान से जब आम आता तो इसके स्वाद अच्छे लगते हैं! क्या Mango Diplomacy में पाकिस्तान के साथ कोई डील तो नहीं हो रहा?”
मीडिया से बातचीत में गिरिराज सिंह ने कहा, “राहुल गांधी कुछ समय पहले कहे थे कि उन्हें यूपी का आम अच्छा नहीं लगता है। पाकिस्तान की एंबेसी ने उन्हें आम भेजे हैं। पाकिस्तान के आम के साथ-साथ और क्या-क्या चीजें अच्छी लगती हैं, राहुल गांधी बताएं। मोदी को हटाने के लिए कुछ नया मांगने गए हैं क्या पाकिस्तान से? पाकिस्तान से इनके नापाक रिश्ते हैं।”
मैंगो डिप्लोमेसी का इतिहास
आम का उपयोग पारंपरिक रूप से कूटनीतिक हथियार के रूप में किया जाता रहा है। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना प्रधानमंत्री मोदी के पदभार संभालने के बाद से लगभग हर साल उन्हें आम भेजती रही हैं। इसके अलावा, उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी आम भेजे थे।
2015 में, पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भी मैंगो डिप्लोमेसी का उपयोग करते हुए सीमा पर गोलीबारी की घटनाओं के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए आम भेजे थे। इसके साथ ही, पाकिस्तान ने तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के लिए भी आम भेजे थे।