पूर्णिया। बिहार के पूर्णिया से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि यदि आरोप सही साबित होते हैं, तो वह सांसद पद से इस्तीफा दे देंगे। यह बयान उन्होंने एक फेसबुक लाइव के दौरान दिया। मामला हाल ही में सांसद को धमकी दिए जाने से जुड़ा है, जिसमें बिहार पुलिस ने दावा किया है कि धमकी देने वाला व्यक्ति पप्पू यादव का पूर्व सहयोगी था।
बिहार पुलिस ने इस मामले में आरोपी राम बाबू यादव को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, राम बाबू ने खुद को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सदस्य बताकर पप्पू यादव को धमकाया था। आरोप है कि राम बाबू ने एक वीडियो कॉल के जरिए सांसद को धमकी दी और उनसे गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से माफी मांगने को कहा। पुलिस का दावा है कि राम बाबू को यह धमकी भरा वीडियो बनाने और सांसद को भेजने के लिए 2,000 रुपये दिए गए थे। पूछताछ में उसने यह भी बताया कि सांसद से जुड़े लोगों से उसे दो लाख रुपये और राजनीतिक पद मिलने की उम्मीद थी।
पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा ने इस धमकी मामले में पप्पू यादव की भूमिका की गहन जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में सीबीआई से जांच होनी चाहिए।
पप्पू यादव ने फेसबुक लाइव के माध्यम से इन आरोपों पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “मैंने 24 फोन नंबर डीजी को भेजे हैं, जिनसे मुझे पाकिस्तान, मलेशिया और नेपाल से फोन आए थे। इन नंबरों की जांच कहां है? मुझे जेल से भी धमकियां दी गईं, लेकिन इसका कोई खुलासा नहीं हुआ।”
उन्होंने आगे कहा, “मैंने कभी सुरक्षा की मांग नहीं की। मैं सात बार सांसद रह चुका हूं। अगर मुझे अपनी सुरक्षा के लिए ऐसी हरकत करनी होती, तो मैं कल ही इस्तीफा दे दूंगा। मैं सीबीआई से जांच की मांग करता हूं और चाहता हूं कि यह जांच सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट के जज की निगरानी में हो। मुझे बिहार पुलिस पर भरोसा नहीं है।”
पप्पू यादव ने राज्य सरकार और प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि सरकार में साहस है तो सीबीआई से जांच करवाई जाए। उन्होंने कहा, “मैं मरने के लिए तैयार हूं। मुझे सुरक्षा की कोई जरूरत नहीं है। यदि आरोप सिद्ध होते हैं, तो मैं सांसद पद छोड़ दूंगा।”
इस मामले ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। अब यह देखना होगा कि आगे इस मामले में क्या कदम उठाए जाते हैं।