बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि ने बाजार में आने के बाद अपनी अलग पहचान बनाई थी, जिसके कारण बाजार में अन्य कंपनियों के लिए परेशानी खड़ी हो गई थी, लेकिन पतंजलि के प्रोडक्ट्स को लेकर लगातार आती शिकायतों के कारण कंपनी की परेशानियां बढ़ती ही जा रही हैं। पिछले एक साल में पतंजलि की बिक्री में भी काफी गिरावट आई है। इसके साथ ही पतंजलि के प्रोडक्ट्स खाद्य सुरक्षा विभाग के मानकों पर काफी समय से खरा नहीं उतर पा रहे हैं।
जांच में फेल हुए सैंपल
आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से खाद्य सुरक्षा विभाग को पतंजलि से निर्मित घी की शिकायत मिल रही थी। इसके चलते खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने पतंजलि योगपीठ फेस दो में जाकर गाय के शुद्ध देशी घी के सैंपल भरकर परीक्षण उसका परीक्षम करने के लिए उसको लैब में भेजा, जहां पर कंपनी के सैंपल फेल हो गए हैं। पतंजलि के घी के सैंपल फेल होने से बाबा रामदेव को बड़ा झटका लगा है।
इससे पहले भी फेल हो चुके कई सैंपल
2019 से पहले भी पतंजलि के सरसो के तेल, शहद, आरोग्य बेसन, काली मिर्च पाउडर सहित कुल 6 उत्पाद जांच में फेल हो चुके हैं। इसके संबंध में भी कंपनी को आगाह किया है कि वह उत्पादन करते समय खाद्य सुरक्षा विभाग के मानकों का विशेष ध्यान रखे।
गाय के नाम पर बेचते हैं बकरी का घी
आपको बता दें कि बाबा रामदेव की कंपनी में घी बनाने के लिए भैंसों और बकरियों के दूध का प्रयोग किया जाता है और कंपनी इसी घी को गाय के घी के नाम पर बेचती है। देश में पतंजलि का प्रोडक्ट खरीदने वाले किसी भी ग्राहक को इस बात के बारे में जानकारी नहीं कि वह जो कुछ भी खा रहे हैं वह किससे बना है। देश के करोड़ों देशवासी पतंजलि पर भरोसा करके उसके घी को गाय का समझ कर खाते हैं। आपको बता दें कि बाबा रामदेव की कंपनी देसी घी को गाय के घी के नाम पर बेचती है।