बिहार की राजधानी पटना में भयंकर ठंड और शीतलहर के बीच आठवीं तक के स्कूल बंद करने पर कंफ्यूजन बनी हुई है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के निर्देश के बाद कड़ाके की ठंड के बावजूद आठवीं तक के स्कूल बंद नहीं होने पर डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा है कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक की ओर से सरकारी स्कूलों को खोलने से जुड़े पत्र के बाद भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। डीएम ने ऐसे हालात में बुधवार को मुख्य सचिव आमिर सुबहानी को पत्र भेजकर मदद मांगी है, जिसमें उन्होंने मामले में हस्तक्षेप कर उचित निर्णय लेने की मांग की है।
डीएम ने कहा है कि जिले में शीत दिवस की स्थिति और कम तापमान होने के कारण बच्चों के स्वास्थ्य और जीवन पर खतरे की संभावना है। इसीलिए दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत पटना जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूल (प्री स्कूल, आंकनबाड़ी केंद्र एवं कोचिंग सेंटर सहित) में वर्ग -8 तक शैक्षणिक गतिविधियों पर 25 जनवरी तक रोक लगाई गई है।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने 22 जनवरी को पत्र जारी कर जिला शिक्षा पदाधिकारी पटना को सभी विद्यालयों को खुला रखने का निर्देश दिया है। इसके बाद माध्यमिक निदेशक को जिले की हालात की स्थिति को देखते हुए धारा-144 में डीएम को प्रदत्त शक्तियों के बारे में विस्तार से पत्र के माध्यम से जानकारी दी गई। इसके बाद 23 जनवरी को फिर निदेशक की ओर से विभिन्न प्रकार की आपत्तियों का उल्लेख करते हुए प्रतिवेदन की मांग की गई।
डीएम चंद्रशेखर ने अपने पत्र में कहा है कि शिक्षा विभाग एवं जिला प्रशासन के बीच स्कूल बंद किए जाने के संदर्भ में अंतहीन पत्राचार से भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो रही है। यह प्रशासनिक दृष्टिकोण से सही नहीं है। प्रशासनिक व्यवस्था में सभी स्तरों पर अधिकार एवं सीमाएं सुपरिभाषित हैं जिनका सम्मान किया जाना चाहिए। डीएम ने बताया कि वर्तमान में पटना जिले में भीषण शीतलहर है। ऐसी स्थिति में स्कूल खोलकर बच्चों की सेहत को खतरे में नहीं डाला जा सकता है। पहले बच्चों का स्वस्थ रहना जरूरी है। इसके बाद ही शिक्षा जरूरी है।
शीत दिवस पर बच्चे विशेष सतर्कता बरतें : प्रशासन
मौसम विभाग ने अतिशीत दिवस को लेकर जारी अलर्ट को देखते हुए पटना जिला प्रशासन ने अगले पांच दिनों तक बच्चों को विशेष तौर पर सतर्क रखने की सलाह दी है। अभिभावकों से अपील की है कि वे ठंड के मौसम को देखते हुए बच्चों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें। बच्चों को गर्म कपड़े पहनाएं और गर्म पेय पदार्थ का सेवन करने को दें। मौसम केंद्र के बुलेटिन का अनुसरण करें। 25 जनवरी से 29 जनवरी के बीच अति शीत दिवस की संभावना है। ऐसी स्थिति में यदि बच्चे सावधानी नहीं बरतते हैं तो सेहत पर बुरा असर हो सकता है। बच्चे बीमार हो सकते हैं।
Source : Hindustan