अ’पराधियों की गि’रफ्तारी, बेहतर अनुसंधान और स’जा दिलाने में सराहनीय कार्य करनेवाले पुलिसकर्मियों के साथ आम नागरिकों, लोक अभियोजक और एफएसएल वैज्ञानिकों को पुरस्कृत किया गया। सीआईडी की ओर से आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह का उद्घाटन गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने किया। उन्होंने कहा कि सोनपुर मेले से हटकर पुरस्कार देना अच्छी पहल है। इससे दूसरे पुलिसर्मियों को भी प्रेरणा मिलेगी।

पुरस्कार प्राप्त करनेवाले आईपीएस अधिकारियों में पटना की सीनियर एसपी गरिमा मलिक, जितेन्द्र कुमार, कान्तेश कुमार मिश्रा को राजीवनगर थाना क्षेत्र के पंचवटी रत्नालय लूटकांड को सुलझाने और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। वहीं बाढ़ की एएसपी लिपि सिंह को अत्याधुनिक हथियारों के साथ चार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए यह सम्मान दिया गया। इसके अलावा सीवान एसपी नवीन चंद्र झा, पटना रेल एसपी सुजीत कुमार, बेतिया एसपी जयंतकांत, बगहा के तत्कालीन एसपी अरविंद कुमार गुप्ता, मोतिहारी एसपी उपेन्द्र कुमार शर्मा, दरभंगा एसपी बाबू राम, पूर्णिया एसपी विशाल शर्मा, मधेपुरा एसपी संजय कुमार और मुंगेर एसपी डॉ. गौरव मंगला शामिल हैं।

पुरस्कृत होनेवालों में 13 एसपी, 8 सहायक व अपर पुलिस अधीक्षक, 18 पुलिस उपाधीक्षक, 39 इंस्पेक्टर, 89 सब-इंस्पेक्टर, 11 एएसआई व हवलदार शामिल हैं। इनमें सिपाही राहुल कुमार को ऑल इंडिया पुलिस ड्यूटी मीट में स्वर्ण पदक प्राप्त करने के लिए नगद राशि देकर पुरस्कृत किया गया।

दो नागरिक हुए पुरस्कृत

पुरस्कृत होनेवालों में दो नागरिक भी शामिल हैं। इनमें मधुबनी के पत्रकार कुमार गौरव भी हैं। उन्होंने बच्चा चोरी की अफवाह का खंडन कर भीड़ के हाथों दो लोगों की जान बचाई थी। पटना के शहापुर के गरगद्धा निवासी श्रवण कुमार को दस हजार की नगद राशि देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने 1.70 लाख रुपए लूटकर भाग रहे अपराधी का पीछा कर उसे पकड़ा था। इसके अलावा एफएसएल के डीएनए शाखा के सहायक निदेशक हिमजय कुमार और अजय कुमार के साथ वरीय वैज्ञानिक सहायक रंजीत कुमार को प्रशस्ति पत्र दिया गया। कुल 507500 की राशि इनाम में दी गई।

Input : Hindustan

 

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