हाल ही में दिल्ली विधानसभा चुनान के नतीजे आए हैं और अब आने वाले दिनों में अन्य राज्यों में चुनाव होंगे। हर बार इन चुनावों में लाखों लोग ऐसे होते हैं तो नौकरी या काम के सिलसिले में अन्य राज्यों में चले जाते हैं और वोट करने नहीं आ पाते। ऐसे में एक तरफ वो अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पाते। ऐसे ही लोगों के लिए चुनाव आयोग एक विशेष तरह की तकनीक पर काम कर रहा है जिसके बाद आप देश के किसी भी प्रदेश में रहते हुए अपने राज्य में हो रहे चुनाव में मतदान कर सकेंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा है कि आयोग एक ऐसी प्रणाली विकसित करने में जुटा है जिससे आने वाले समय में दूसरे राज्य में काम करने वाले लोग वहीं से अपने राज्य के चुनाव में मतदान कर सकेंगे। हालांकि, मुख्य चुनाव आयुक्त ने यह भी साफ किया कि इसका मतलब यह नहीं कि लोग अपने घर से ही वोट डाल सकते हैं। मताधिकार का प्रयोग करने के लिए उन्हें निर्धारित स्थल तक जाना होगा। इसके लिए कानून में बदलाव की जरूरत हो सकती है।
मुख्य चुनाव आयुक्त के अनुसार आयोग में उनके साथी आईआईटी मद्रास के साथ एक “ब्लॉक चेन” सिस्टम विकसित करने में जुटे हैं। इस सिस्टम से चेन्नई में काम करने वाला राजस्थान का कोई व्यक्ति तमिलनाडु की राजधानी में रहते हुए ही अपने राज्य में हो रहे चुनाव में वोट डाल सकता है।
अरोड़ा ने बुधवार को एक कार्यक्रम में एक बार फिर दोहराया कि इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में छेड़छाड़ संभव नहीं है। ऐसे में मतदान के लिए मतपत्र की ओर लौटने की कोई गुंजाइश नहीं है। मुख्य चुनाव आयुक्त के अनुसार आयोग राजनीतिक दलों के साथ विभिन्न चुनाव सुधारों और आचार संहिता पर बातचीत करेगा।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि दिन ब दिन संवाद का रूप बिगड़ता जा रहा है और इससे बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी कार या पेन की तरह ईवीएम में खराबी तो आ सकती है, लेकिन इसमें गड़बड़ी पैदा नहीं की जा सकती है। उनका कहना था कि ईवीएम का इस्तेमाल पिछले 20 वर्षों से किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट सहित अन्य अदालतें ईवीएम को मतदान के लिए सही ठहरा चुकी हैं। क्या है ब्लाक चेनज्यादा संख्या में रिकार्ड्स रखने की ऐसी व्यवस्था जिसमें हर रिकार्ड की सूचना एक दूसरे से जुड़ी होती है।