पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने माना है कि उनके कार्यकाल में सरकार के कहने पर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर ने भारत में बम धमाके किए थे। पाकिस्तानी पत्रकार नदीम मलिक को टेलिफोन पर दिए इंटरव्यू में उन्होंने जैश के खिलाफ की जा रही कार्रवाई को सही ठहराया। उन्होंने कहा कि इसी संगठन ने उनकी हत्या करवाने की कोशिश की थी।

मुशर्रफ ने कहा कि मैं हमेशा से जैश को आतंकी संगठन कहता रहा हूं। उसने मुझ पर फिदायीन हमला करवाया। उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। मुझे खुशी है कि सरकार इस संगठन के खिलाफ सख्ती से पेश आ रही है। यह कार्रवाई और पहले हो जानी चाहिए थी। दिसंबर 2003 में पाकिस्तान के झंडा चीची में मुशर्रफ के काफिले पर जैश ने फिदायीन हमला करवाया था, जिसमें वे बाल-बाल बचे थे। तब उन्होंने जैश पर बैन लगाने की दो बार कोशिश की थी।

खुद कार्रवाई नहीं करने के सवाल पर मुशर्रफ ने कहा- तब हालात कुछ और थे

मुशर्रफ से जब यह पूछा गया कि आपने सत्ता में रहते हुए जैश पर कार्रवाई क्यों नहीं की, तब तो आप देश में सबसे पावरफुल थे। इस पर उन्होंने कहा- तब के हालात कुछ और थे। तब इसमें हमारे इंटेलिजेंस (आईएसआई) वाले शामिल थे। तब भारत-पाक के बीच जैसे को तैसा वाला रवैया अपनाया जाता था। वे पाकिस्तान में विस्फोट करवाते थे हम उधर करवाते थे।

पुलवामा हमले को जैश ने दिया अंजाम

मसूद अजहर की अगुआई वाले जैश ने भारत में कई आतंकी हमले करवाए हैं। 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले को इसी आतंकी संगठन ने अंजाम दिया था, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।

निर्वासन के बाद यूएई में रह रहे हैं मुशर्रफ

मुशर्रफ ने तख्तापलट के जरिए 1999 में सत्ता हथियाई थी। तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को बेदखल करके वह पाक के राष्ट्रपति बने थे। हालांकि, नौ साल बाद उन्हें भी सत्ता गंवानी पड़ी। निर्वासन के बाद अभी वह यूएई में रह रहे हैं।

Input : Dainik Bhaskar

 

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