हिंदी फिल्म मेकर विवेक अग्निहोत्री की ‘द कश्मीर फाइल्स’  रिलीज होने के बाद से ही देश में एक बार फिर से कश्मीरी पंडितों का मुद्दा गरमाया हुआ है. कश्मीर पंडितों के नरसंहार के 32 साल बाद गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट  में न्याय के लिए गुहार लगाई गई. कश्मीरी पंडितों के एक संगठन ने 1989-90 में कश्मीरी पंडितों की कथित तौर पर सामूहिक हत्या और नरसंहार में न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक क्यूरेटिव पिटिशन दायर की है.

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संगठन ने अपनी याचिका में कश्मीरी पंडितों की सामूहिक हत्या और नरसंहार की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी यानी सीबीआई या फिर राष्ट्रीय जांच एजेंसी से कराने की मांग की है. जानकारी के अनुसार इस याचिका को रूट्स इन कश्मीर नाम के कश्मीरी पंडित संगठन की तरफ से दायर की गई है. द कश्मीर फाइल्स के रिलीज होने के बाद से ही देशभर में कश्मीरी पंडितों के लिए न्याय की मांग हो रही है.

रूट्स इन कश्मीर की तरफ से दायर याचिका में मांग की गई है कि कश्मीरी पंडितों की हत्या के मामले को दोबारा खोला जाए. याचिका कर्ता ने कहा कि देरी के आधार पर अर्जी को खारिया किया जाना मुख्य आधार है जो कि पूरी तरह से गलत. याचिका कर्ता ने कहा कि मामले को देरी के आधार पर खारिज किया जाना कानून की नजर में पूरी तरह से दोषपूर्ण है.

याचिका दायर करने वाले संगठन की तरफ से एक बयान में कहा गया कि पिटीशन के समर्थन में वरिष्ठ अधिवक्ता और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह द्वारा एक प्रमाण पत्र भी जारी किया गया है. दायर याचिका में सिख दंगों के मामले में सज्जन कुमार को 2018 में सुनाए गए आदेश का हवाला दिया गया है, जहां पर अपील की अनुमति देते हुए यह कहा गया था कि उन पीड़ितों का धैर्यपूर्वक इंतजार करना और उनको आश्वस्त करना कि कठिन परिस्थितियों और चुनौतियों के बावजूद सच्चाई की जीत होगी और उन्हें न्याय मिलेगा.

याचिकाकर्ता ने कहा कि 1989-90, 1997 और 1998 में कश्मीरी पंडितों के खिलाफ सभी प्राथमिकी और हत्याओं के मामलों को किसी स्वतंत्र जांच एजेंसी जैसे सीबीआई या फिर एनआईए को स्थानांतरित किया जाना चाहिए क्योंकि अब तक जम्मू कश्मीर पुलिस के पास लंबित सैकड़ों प्राथमिकी में कोई प्रगति नहीं हुई है और पुलिस मामले की जांच करने में बुरी तरह से विफल रही है. याचिका ने कश्मीर पंडितों के नरसंहार के लिए यासीन मलिक और फारूक अहमद दार उर्फ बिट्टा कराटे, जावेद नालका और अन्य के खिलाफ मुकदमा चलाने की मांग की गई है.

Source : News18

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