जिले के 70 हजार परिवार को अक्टूबर 2020 तक पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) की सुविधा मिलने लगेगी। इंडियन आयल कार्पोरेशन (आईओसी) ने इस गैस को बरौनी रिफाइनरी से कनेक्ट करने के लिए पाइपलाइन विस्तार कार्यक्रम को 40 फीसदी से अधिक पूरा कर लिया है। इस गैस की सुविधा मुजफ्फरपुर के साथ सारण, वैशाली व समस्तीपुर में भी मिलेगी। इन परिवारों के रसोईघर तक सप्लाई के लिए सर्वे का काम पूरा हो गया है। इसमें कुछ काम बाकी है, जिसे अगले तीन माह में पूरा कर लिया जाएगा। चार जिलों के दस लाख परिवार को रसोई गैस पहुंचाया जाएगा। प्रथम फेज में मुजफ्फरपुर शहर व इसके आसपास के इलाकों के 70 हजार घरों को कनेक्ट किया जाएगा। आईओसी की नेचुरल गैस शाखा ने दावा किया है कि छह सदस्य वाले परिवार को एक माह में तीन सौ रुपये का खर्च आएगा। यानि आईओसी का दावा सही हुआ तो खाना बनाने के लिए गैस मद में चार सौ रुपये की बचत एक परिवार को होगी। इस बारे में मुजफ्फरपुर कार्यालय के प्रबंधक रवि किशन ने बताया कि काम पूरा हो गया है। शहर में अंडरग्राउंड पाइपलाइन का विस्तार होगा। इसमें निगम की सड़कें जैसे-जैसे बनी हैं, उसके अनुसार पाइपलाइन लगेगी। यह सीधे रसोईघर से कनेक्ट होगा। 24 घंटे गैस मिलेगी। इस गैस का कनेक्शन लेने के लिए एलपीजी को दिए गए कागजात ही देने होंगे। उन्होंने बताया कि इसके लिए इन शहरों में डिस्ट्रिक रेगुलेटर प्वाइंट बनेगा। वहीं से कनेक्शन दिया जाएगा। इसका काम शुरू हो गया है।
222 पेट्रोल पंप पर सीएनजी की मिलेगी सुविधा
आईओसी पीएनजी के साथ सीएनजी (कम्प्रेस्ट नेचुरल गैस) भी इन चारों जिलों में दिसम्बर 2020 से बेचना शुरू कर देगा। मुजफ्फरपुर शहर के साथ इससे जुड़ने वाले फोरलेन के किसी कंपनी के पेट्रोल पंप पर यह गैस मिलेगी, जबकि चारों जिलों को मिलाकर 222 पेट्रोल पंपों पर सीएनजी मिलेगी। पेट्रोल के हिसाब से इसमें 20 से 30 रुपये की बचत होगी। प्रथम चरण में मुजफ्फरपुर के 80 से अधिक पेट्रोल पंपों पर सीएनजी मिलेगी। आईओसी के नेचुरल गैस सेल के प्रबंधक ने बताया कि पीएनजी के साथ इसपर काम किया जा रहा है। थर्ड पार्टी से बात चल रही है। पेट्रोल इंजन को सीएनजी में कन्वर्ट करने की सुविधा दी जाएगी।
Input : Hindustan