जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर पिछले पांच दिनों से लगातार नागरिकता संशोधन बिल (CAB) पर पार्टी लाइन से हटकर बोल रहे थे. वे बार- बार कह रहे थे कि JDU को CAB का समर्थन नहीं करना चाहिए था. अब इसको लेकर JDU के वरिष्ठ नेता और सांसद RCP सिंह ने बड़ा बयान दिया है. JDU की बैठक के बाद RCP सिंह ने मीडिया से कहा कि प्रशांत किशोर अभी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष है ही नहीं.
शुक्रवार को RCP सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर को बहुत सम्मान दिया. लेकिन, एक भी एक्टिव सदस्य प्रशांत किशोर ने नहीं बनाया. अब पार्टी के खिलाफ जाकर बोल रहे हैं. उन्होंने साफ़ कहा कि अगर PK विरोध कर रहे हैं तो फिर अपना रास्ता देखें. जो गलत काम करते हैं उनके खिलाफ कार्रवाई होती है. सिंह यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि PK किसके लिए काम कर रहे हैं सब जानते हैं. प्रशांत किशोर जैसे नेता अनुकंपा पर JDU में हैं.
JDU की बैठक में आरसीपी सिंह ने कहा कि JDU का अगला नारा 15 साल बनाम 15 साल का होगा. जनता के बीच जाकर RJD और JDU के 15 साल का फर्क बताएंगे और यह भी बताएँगे की अगले 5 साल में क्या करेंगे.
बता दें कि JDU ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों जगह CAB का समर्थन किया. जिसके बाद पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर लगातार JDU को नसीहत दे रहे थे. उन्होंने आज फिर ट्वीट किया, संसद में बहुमत कायम रहा. अब न्यायपालिका से परे भारत की आत्मा को बचाने का काम 16 गैर-भाजपाई मुख्यमंत्रियों के कंधों पर है क्योंकि यह ऐसे राज्य हैं जिन्हें ये काम करने हैं.”
पीके ने लिखा, “3 मुख्यमंत्रियों (पंजाब, केरल और पश्चिम बंगाल) ने CAB और NRC को ना कहा है. अब दूसरों के भी रुख स्पष्ट करने का समय आ गया है.” जेडीयू नेता ने एक दिन पहले लिखा था कि हमें भले बताया जाता है कि CAB नागरिकता देने के लिए है और किसी से नागरिकता छीनने के लिए नहीं लेकिन सच्चाई NRC के साथ है यह है कि यह धर्म के आधार पर लोगों को व्यवस्थित रूप से भेदभाव और यहां तक कि उनके खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए सरकार के हाथों में एक घातक कॉम्बो में बदल सकता है.
जदयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने पिछले तीन दिनों से लगातार जदयू और नीतीश कुमार के खिलाफ मुहिम छेड़ रखा है. उन्होंने नागरिकता संशोधन विधेयक पर नीतीश के स्टैंड के खिलाफ लगातार ट्वीट किया है. आज पत्रकारों ने जदयू के संगठन महासचिव आरसीपी सिंह से प्रशांत किशोर के विद्रोह पर सवाल पूछा. आरसीपी सिंह आपे से बाहर हो गये. उन्होंने कहा “कौन है ये प्रशांत किशोर. पार्टी में कब आये हैं. संगठन का कौन सा काम किया है और अभी वे कहां काम कर रहे हैं. हमारे नेता ने उन्हें इतना बड़ा सम्मान दिया है और वो क्या कर रहे हैं वो देखिये. ये अनुकंपा वाले लोग हैं और ये समझ रहे हैं कि काम वालों के सामने खड़े हो जायेंगे. ट्वीट करने और लेख लिखने से कुछ नहीं होने वाला है.”
Input: Live Cities