पूर्णिया: कहते हैं प्यार अं’धा होता है। मगर इसका जो रूप पप्पू यादव और चनका पंचायत की उपमुखिया संगीता के प्यार में सामने आया है उसने प्यार के शब्द को दा’गदार बना दिया है। 31 जनवरी 2008 को संगीता के प्यार में घर से भा’गकर शादी रचाने वाले पप्पू ने यह सपने में भी नहीं सोचा होगा कि जो उसके साथ सात ज’न्मों तक जी’ने म’रने की कसमें खा रही है, वही उसकी जा’न की दु’श्मन बन जाएगी।

पति-पत्नी और वो के बीच की खतरनाक कहानी

पप्पू हत्याकांड की घटना का खुलासा तथा पुलिस जांच में जो बात सामने आई है उसने कई रिश्तों को एक साथ तार-तार कर दिया है। 2008 में भागकर पप्पू संगीता की शादी के बाद कुछ वर्षों तक सब कुछ सही चला। पप्पू और संगीता से दो संतानें भी हुईं, लेकिन इसी बीच उनके रिश्ते के बीच पप्पू के खुद के रिश्तेदार के रूप में लगने वाले एक भाई ललन ने दस्तक दिया।

ललन 2016 में संगीता के संपर्क में आया। इसी दौरान भोकराहा निवासी ललन ने ग्रेजुएशन पास किया। इसके

बाद वह परीक्षा की तैयारी के लिए पूर्णिया हाउसिंग कॉलोनी में आकर रहने लगा। इसी दौरान प्रभात कॉलोनी में

रहनेवाले पप्पू के यहां आना-जाना शुरू हुआ और संगीता से आंखें चार हुई।

प्यार में एेसे दिया धोखा

सिलसिला आगे बढ़ा तो ललन ने संगीता से बातचीत के लिए फर्जी नाम और पते पर दो मोबाइल सिम लिया।

जिसमें से एक सिम का उपयोग ललन खुद करता था तथा दूसरा मोबाइल सिम का उपयोग संगीता करती थी। बीच-बीच में दोनों सिम की अदला-बदली भी कर लेते थे ताकि मामला अगर कभी पकड़ में आए तो पुलिस के हाथ उन तक नहीं पहुंच पाए।

पूर्णिया में रहने के दौरान ललन कुछ अपराधियों के संपर्क में आया तथा वह तीन घटनाओं में आरोपित बन गया। इस मामले में अगस्त 2018 में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पूर्णिया केंद्रीय कारा में ही ललन को वहां बंद एक अपराधी से शूटर का पता ठिकाना मिला।

पत्नी ने प्रेमी से करा दी पति की हत्या

फरवरी 2019 में जब ललन जेल से बाहर आया तो उसने पप्पू को अपने रास्ते से हटाने की योजना बनाई।

जिसके तहत उसने मुंगेर जिले के शूटर से फोन पर बात कर इस घटना को लेकर सुपारी दी। हत्या बाद ललन ने संगीता से फोन पर कहा बॉस काम हो गया… : ललन बातचीत के दौरान संगीता को बॉस कहकर बुलाता था।

पप्पू की हत्या के बाद भी ललन ने संगीता को फोन कर कहा था की बॉस काम हो गया। वहीं पप्पू के निकलने की सूचना संगीता ने ललन को फोन कर दी थी। ललन ने इस हत्या की घटना को इतने शातिर अंदाज में अंजाम

दिया कि पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगे। लेकिन अपराधी लाख शातिर हो वह कोई ना कोई सुराग जरूर छोड़ जाता है।

ऐसे खुला हत्याकांड का राज 

वाहन जांच के दौरान 30 अगस्त को ललन यादव और संतोष चौधरी को दो पिस्टल व पांच गोली के साथ गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार अपराधियों से गहन पूछताछ किए जाने पर पप्पू यादव हत्याकांड को लेकर खुलासा किया। गिरफ्तार अपराधी संतोष चौधरी ने पुलिस को बताया कि ललन यादव ने पांच लाख की सुपारी पर पप्पू यादव की हत्या के लिए उसे बुलाया था। बाद में उसने उपमुखिया संगीता देवी से प्रेम प्रसंग होने की बात कबूल की।

मासूम बच्चे कर रहे सवाल क्यों मार दिया पापा को…

पप्पू की हत्या की घटना के खुलासे के बाद अब उसके बेटा एवं बेटी की आंखों में सवाल तैर रहा है। लगता है जैसे खामोश आंखें अपनी मां से पूछ रही हो कि मम्मी हमने आपका क्या बिगाड़ा था जो आपने हमारे सिर से पिता का साया छीन लिया।

भले ही ये मासूम कुछ बोल नहीं पा रहे हैं मगर इनकी खामोशी सबकुछ बयां कर रही हैं। इस घटना ने दोनों मासूमों के सिर से पिता का साया छीन लिया है।

Input : Dainik Jagran

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