हर सीट पर अगर नरेंद्र मोदी खड़े होते तो शायद ये दृश्य नहीं देखना पड़ता औराई, कटरा, बसघट्टा और बकुची के लोगों को।
ऐसा इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि कुछ बुद्धिजीवी लोग जो कि हैं गोबर के चोत लेकिन अपने आप को बुद्धिजीवी समझते हैं, वो कहते हैं कि भाजपा गठबंधन का प्रत्याशी कोई भी हो उस से नहीं मतलब है, हर सीट पर मोदी जी खड़े हैं। मोदी जी को वोट देना है।
अरे भाई जब कोई काम लगता है यहां के लोगों का तो वो मोदी जी के पास जाएगा कि यहाँ के जो जन प्रतिनिधि चुने गए हैं उनके पास जाएगा?
और जब वो यहां के जन प्रतिनिधि के पास जाएगा तो वो पल्ला झाड़ लेंगे तब तुम कहोगे की मजबूरी में न जिताये हैं, हम लोग को कोई उपाय नहीं था और अभी ज्ञान बांट रहे हो। इसलिए जनता को इमोशनल कर के नहीं अपने नेता के काम काज पर वोट मांगों। जनता को बताओ की हमारे नेता ने फलना काम किया चिलना काम किया। तखनि त हवा जिकल जाएगा तो जनता को इमोशनल कर के वोट मांग रहे हो। लोकतंत्र की आका नाका साका मत करो।
मोदी जी के नाम पर ही पिछले चुनाव में लोगों ने वोट दिया तो क्या मिला मुज़फ्फरपुर लोकसभा को ज़रा बताओ?
आ जहां तक सवाल मोदी जी का है तो उनको प्रधानमंत्री बनने से कोई नहीं रोक सकता है। आ मोदी जी को 2-4 गो सीट से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। लेकिन पार्टी के आला कमान जो दलाली करते हैं उनका दलाली जरूर बंद होगा। तो अपने ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए दिमाग का पूरा इस्तेमाल करो।
CC : Gauri Shankar