प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को घोषणा करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्रियों पीवी नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह के साथ-साथ कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, भारत रत्न दिया जा रहा है। इससे पहले केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार कर्पूरी ठाकुर और लाल कृष्ण आडवाणी को भी भारत देने की घोषणा कर चुकी है। ये पहली बार है जब एक साल में पांच लोगों को भारत रत्न देने की घोषणा हुई है। इससे पहले 1999 में इसे चार लोगों को दिया गया था।
पीवी नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह और एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न देने के फैसले से देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पाने वालों की संख्या 53 हो गई है। पिछली बार, 2019 में भारत रत्न पुरस्कार प्रणब मुखर्जी और मरणोपरांत भूपेन्द्र कुमार हजारिका और नानाजी देशमुख को प्रदान किया गया था। 2020 से 2023 के बीच यह पुरस्कार किसी को नहीं दिया गया।
भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है। यह समाज के किसी भी क्षेत्र में असाधारण सेवा या उच्चतम स्तर के प्रदर्शन को मान्यता देने के लिए प्रदान किया जाता है। भारत सरकार ने 1954 में दो नागरिक पुरस्कार – भारत रत्न और पद्म विभूषण – स्थापित किए थे। पद्म विभूषण की तीन श्रेणियां थीं – पहला वर्ग, दूसरा वर्ग और तीसरा वर्ग। बाद में आठ जनवरी, 1955 को एक राष्ट्रपति अधिसूचना के माध्यम से इनका नाम बदलकर पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री कर दिया गया।
It is a matter of immense joy that the Government of India is conferring the Bharat Ratna on Dr. MS Swaminathan Ji, in recognition of his monumental contributions to our nation in agriculture and farmers’ welfare. He played a pivotal role in helping India achieve self-reliance in… pic.twitter.com/OyxFxPeQjZ
— Narendra Modi (@narendramodi) February 9, 2024
Delighted to share that our former Prime Minister, Shri PV Narasimha Rao Garu, will be honoured with the Bharat Ratna.
As a distinguished scholar and statesman, Narasimha Rao Garu served India extensively in various capacities. He is equally remembered for the work he did as… pic.twitter.com/lihdk2BzDU
— Narendra Modi (@narendramodi) February 9, 2024
हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है। उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था। उत्तर प्रदेश के… pic.twitter.com/gB5LhaRkIv
— Narendra Modi (@narendramodi) February 9, 2024
भारत रत्न के लिए प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रपति को सिफारिश की जाती है। इस पुरस्कार के लिए किसी औपचारिक अनुशंसा की आवश्यकता नहीं है। भारत रत्न पुरस्कारों की संख्या किसी विशेष वर्ष में अधिकतम तीन तक सीमित है। हालांकि, 1999 में इसे चार लोगों को दिया गया था। लेकिन इस बार अब तक पांच लोगों को इससे नवाजा गया है।
यह सम्मान 2019, 1997, 1992, 1991, 1955 और 1954 सहित कई अवसरों पर एक वर्ष में तीन व्यक्तियों को दिया गया था। 2015, 2014, 2001, 1998, 1990, 1963 और 1961 सहित कई अवसरों पर यह दो व्यक्तियों को दिया गया, जबकि ऐसे वर्ष भी रहे हैं जब यह पुरस्कार किसी को भी प्रदान नहीं किया गया था।
पहले वर्ष में, यह प्रतिष्ठित पुरस्कार सी. राजगोपालाचारी, सर्वपल्ली राधाकृष्णन और चंद्रशेखर वेंकटरमन को प्रदान किया गया था। पूर्व में इस पुरस्कार से सम्मानित होने वालों में जवाहरलाल नेहरू, राजेंद्र प्रसाद, जाकिर हुसैन, लाल बहादुर शास्त्री, अबुल कलाम आजाद, इंदिरा गांधी, के. कामराज, मदर टेरेसा, विनोबा भावे, एम.जी. रामचंद्रन, बी.आर. आंबेडकर, नेल्सन मंडेला, राजीव गांधी, वल्लभभाई पटेल, मोरारजी देसाई, सत्यजीत रे, ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, जयप्रकाश नारायण, अमर्त्य सेन, सचिन तेंदुलकर, अटल बिहारी वाजपेयी और मदन मोहन मालवीय शामिल हैं।
इसके अलावा, भगवान दास, एम. विश्वेश्वरैया, गोविंद बल्लभ पंत, डी. केशव कर्वे, बिधान चंद्र रॉय, पुरुषोत्तम दास टंडन, पांडुरंग वामन केन, वराहगिरि वेंकट गिरि, खान अब्दुल गफ्फार खान, जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा, गुलजारी लाल नंदा, बिस्मिल्ला खान, एम. सुब्बुलक्ष्मी, गोपीनाथ बोरदोलोई, पंडित रविशंकर, सी.एन.आर. राव, भीमसेन गुरुराज जोशी, लता मंगेशकर, चिदंबरम सुब्रमण्यम और अरुणा आसफ अली को भी भारत रत्न से सम्मानित किया गया है।
Source : Hindustan