दिल्ली के पास यूपी के हापुड़ में पुलिस ने ऐसे गिरोह को पकड़ा है, जो हाइवे पर बने ढाबों और होटलों पर बेहद खतरनाक मीट सप्लाई करता था. पुलिस का कहना है कि गिरोह मुनाफे के लिए पशुओं को पहले जहर देकर मारता था, इसके बाद उसी का मीट बाजार और ढाबों में सप्लाई करता था. पुलिस ने गिरोह के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं पांच नामजद व अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.
जानकारी के अनुसार, हापुड़ की नगर कोतवाली पुलिस रामपुर रोड पर वाहनों की चेकिंग कर रही थी. उसी दौरान पुलिस को दो गाड़ियां आती दिखाई दीं. पुलिस ने जब गाड़ी रोकने का इशारा किया तो उसमें सवार लोगों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. इस दौरान जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मौके से दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि पांच से छह आरोपी मौके से फरार हो गए.
पूरे मामले को लेकर सीओ सिटी ने क्या बताया?
हापुड़ की सीओ सिटी स्तुति सिंह ने बताया कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि दो गाड़ियों में पशुओं का मीट सप्लाई के लिए ले जाया जा रहा है. इस सूचना के बाद पुलिस ने चेकिंग शुरू की थी. इस दौरान दो गाड़ियों को पकड़ लिया, जिनमें से करीब आठ क्विंटल भैंस का मीट बरामद किया है.
वहीं दो युवकों को मौके से गिरफ्तार किया गया है. पकड़े गये युवकों ने अपने नाम सुमित पुत्र श्यामलाल निवासी मेरठ और शाकिब पुत्र राशिद निवासी अमरोहा बताए हैं. सीओ स्तुति सिंह ने बताया कि पूछताछ के दौरान पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि वह पशुओं को पहले जहर देकर मारते थे, इसके बाद उसका मीट निकालकर हाइवे स्थित ढाबों और होटलों पर सप्लाई करते थे.
आरोपियों के कब्जे से 8 क्विंटल मांस, उपकरण, तमंचा व कारतूस बरामद
पुलिस ने दोनों आरोपियों के अलावा फरार शेखर ठेकेदार व उसके भाई विनय निवासीगण हापुड़, चांद पहलवान निवासी हापुड़, सौरव जाटव निवासी मेरठ, भूषण ठेकेदार निवासी हापुड़ के साथ ही पांच-छह अज्ञात लोगों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम सहित 307, 429 आदि धाराओं में केस दर्ज किया है. पुलिस ने इन आरोपियों के कब्जे से भैंस का 8 क्विंटल मांस, पशु कटान के उपकरण, एक तमंचा, एक कारतूस व दो गाड़ियां बरामद की हैं.
Source : Aaj Tak