छपरा शराब कांड को लेकर अभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार निशानों पर हैं। हालांकि इस दौरान सीएम ने कहा है कि सारण जिले में जहरीली शराब कांड की जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए पुलिस को निर्देश दे दिया गया हैं। पुलिस इस घटना के तह तक जाएगी और दोषियों की पहचान करेगी। उन्होंने आगे कहा कि कितनी खराब बात है कि इतने लोगों की जहरीली शराब से मौत हुई है। हमने अपने अधिकारियों से कहा है कि गरीब-गुरबा को मत पकड़िए। जो शराब बेचता है, जो शराब का धंधा करता है, उसको पकड़िए। वहीं, गरीब-गुरबा लोगों से हम कहेंगे कि ऐसा काम न करें। अपना अलग काम करें। इसके बाद सीएम ने कहा कि गरीब लोगों को काम करने के लिए वो एक लाख रुपया देने के लिए तैयार है और जरुरत पड़ी तो इस राशि को और बढ़ाएंगे। लेकिन कभी लोगों को शराब के धंधा में नहीं लगना चाहिए।
बता दें कि उपर्युक्त बातें सीएम ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि पर गुरुवार को उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद पत्रकारों से बात के दौरान कही। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना को सभी देख रहे हैं। उसके बाद भी लोगों को समझाना है कि अगर वह शराब पीते हैं, तो क्या अंजाम होता है। पूरी दुनिया में शराब के सेवन से जो नुकसान होता है, उसके रिसर्च की रिपोर्ट आयी थी, उसको भी हमने सबके घर पर भेज दिया है। जहरीली शराब से देशभर में लोग शुरू से मरते हैं। जब बिहार में शराबबंदी नहीं थी,तब भी जहरीली शराब से लोग मरते थे। अन्य राज्यों में भी लोग इससे मरते हैं।
बता दें कि शराबबंदी के मामले पर सीएम नीतीश कुमार का रुख अभी भी वही हैं। उन्होंने कहा ‘‘ मेरी व्यक्तिगत इच्छा से लागू नहीं की गई, बल्कि राज्य की महिलाओं के अनुरोध पर इसे लागू किया गया।’’ साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि,‘‘जो पिएगा वो मरेगा ही”।