बेला की नूडल्स फैक्ट्री में बायलर फटने के मामले में नगर पुलिस उपाधीक्षक रामनरेश पासवान ने फरार आरोपितों की संपत्ति कुर्क करने की कानूनी प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश बेला थानाध्यक्ष को दिया है। इस मामले में नगर पुलिस उपाधीक्षक ने पर्यवेक्षण प्रतिवेदन जारी किया है। इसमें उन्होंने एक दर्जन से अधिक बिंदुओं पर जांच के भी निर्देश दिए गए हैं। इसमें रविवार के दिन होने पर भी फैक्ट्री में कौन-कौन सफाई कर्मी थे। बायलर का मेंटेनेंस सही तरीके से हो रहा था या नहीं। पिछला मेंटेनेंस कब किया गया था। घटना को लेकर अन्य विभागों की जांच रिपोर्ट में क्या तथ्य है। उन्होंंने अपनी पर्यवेक्षण प्रतिवेदन में फैक्ट्री मालिक व अन्य के विरुद्ध आरोपों को सत्य करार दिया गया है।
फैक्ट्री मालिक व उसकी पत्नी को मिल चुकी अग्रिम जमानत
नूडल्स फैक्ट्री मालिक विकास मोदी व उसकी पत्नी श्वेता मोदी को जिला जज के कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल चुकी है। फैक्ट्री के मैनेजर उदयशंकर, सुपरवाइजर राहुल कुमार व दिग्विजय सिंह की अग्रिम जमानत की अर्जी पर जिला जज मनोज कुमार सिन्हा के कोर्र्ट में सुनवाई चल रही है। अर्जी पर सुनवाई की अगली तिथि 20 अगस्त तय है। अग्रिम जमानत की अर्जी पर सुनवाई पूरी होने तक आरोपित फैक्ट्री के मैनेजर उदयशंकर की गिरफ्तारी पर जिला जज के कोर्ट ने रोक लगा रखी है।
यह है मामला
पिछले साल 26 दिसंबर की सुबह बेला औद्योगिक क्षेत्र के एक नूडल्स फैक्ट्री का बायलर फट गया। इस हादसे में नूडल्स फैक्ट्री के पांच व बगल की चूड़ा फैक्ट्री के दो कर्मियों की मौत हो गई। हादसे में एक दर्जन अन्य घायल हो गए थे। इस मामले में बियाडा के क्षेत्रीय प्रभारी प्रशांत कुमार श्रीवास्तव ने पांच नामजद आरोपितों के विरुद्ध बेला थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। आरोपितों में फैक्ट्री मालिक विकास मोदी, उसकी पत्नी श्वेता मोदी, मैनेजर उदयशंकर, सुपरवाइजर राहुल कुमार व दिग्विजय सिंह शामिल हैं।
Source : Dainik Jagran