आउटलेट बंद रहने के कारण शहर का पूर्वी भाग टापू बना है। एक दर्जन वार्डो के गली-मोहल्ले तीन दिनों से बारिश के पानी में डूबे हुए है। सड़कों पर घुटने भर पानी लगा है। दर्जनों घरों एवं दुकानों में भी बारिश का पानी प्रवेश कर गया है। पानी की निकासी नहीं होने से प्रभावित गली-मोहल्ले के लोगों में आक्रोश है।
बेला औद्योगिक क्षेत्र से होकर गुजरने वाला आउटलेट पानी नहीं निकाल पा रहा है। लोगों ने नाला का अतिक्रमण कर उसके बहाव का अवरुद्ध कर दिया है। वहीं मस्जिद चौक आउटलेट से भी पानी नहीं निकल पा रहा है। इसके कारण बेला औद्योगिक क्षेत्र, मिठनपुरा, चर्च रोड, चैपमैन रोड सर्वाधिक प्रभावित है।
क्लब रोड के पानी में डूबे रहने के कारण एमडीडीएम कॉलेज एवं चैपमैन स्कूल की छात्राओं का भारी परेशानी हो रही है। पानी लगे रहने के कारण जुब्बा सहनी पार्क तीन दिनों से बंद है। इससे निगम को भारी नुकसान पहुंचा है। चर्च रोड के दर्जनों घरों में बारिश का पानी प्रवेश कर गया है। लोग चौकी पर रहने के मजबूर हैं।
सितंबर में सर्वाधिक बारिश का नया रिकॉर्ड, 283 मिमी हुई वर्षा
सितंबर में सर्वाधिक वर्षा का आठ साल पुराना रिकार्ड टूटा है। शनिवार को भी रुक- रुक कर दिन भर वर्षा होती रही। 2011 के बाद सर्वाधिक बारिश का नया रिकॉर्ड 283 मिमी 28 सितंबर 2019 को हुई है। इस अवधि में सर्वाधिक साहेबगंज प्रखंड में 460 मिमी व सबसे कम बंदरा में 166 मिमी बारिश हुई।
शनिवार को शहरी क्षेत्र में तो रुक- रुक कर वर्षा होती रही। वहीं साहेबगंज, सरैया व पारू में झमाझम वर्षा हुई। लगातार बारिश से अधिकतम तापमान 25.5 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 22.6 डिग्री रहा। लगातार अधिकतम तापमान में गिरावट से दिन में भी ठंड महसूस हो रही थी। सर्द हवाएं दिन भर चलती रही। मौसम वैज्ञानिक डॉ. ए. सत्तार ने कहा कि अगले दो दिन भारी वर्षा की आशंका है।
Input : Dainik Jagran