बिहार के पश्चिमी चंपारण से शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है।यहां के पंचायत का एक फरमान शर्मनाक हैं। जहां पर नाबालिग रेप पीड़िता के परिजन को पंचायत ने दो लाख रुपये लेकर मुंह बंद रखने का फरमान सुनाया। साथ ही रेप के आरोपी के परिजनों ने पीड़िता के परिवार वालों के साथ गाली-गलौज भी की। गांव के ही एक युवक ने नाबालिग को खेत में ले जाकर उसका रेप किया था। फिलहाल पीड़िता की मां ने पुलिस में शिकायत दी है। पुलिस ने नाबालिग पीड़िता का मेडिकल कराकर जांच शुरू कर दी है।
मामला पश्चिमी चंपारण जिले के मैनाटांड़ के एक गांव का बताया जा रहा है। बीती शुक्रवार की रात नाबालिग लड़की को गांव का ही एक शख्स खींच कर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म कर वह भाग निकला। लड़की बेहोशी की हालत में रातभर खेत में पड़ी रही। सुबह में जब उसे होश आया तो वह अपने घर पहुंची। जहां पूछने पर उसने अपने परिजनों को आपबीती सुनाई।उसके बाद लड़की के परिजन आरोपी के परिवार वालों से पूछताछ करने गए तो उन्हें गाली-गलौज कर दरवाजे से भगा दिया।
इसके बाद जैसे ही आरोपी के परिजन को शनिवार को एफआईआर दर्ज कराने की भनक लगी तो उसने गांव में ही पंचायती बैठा दी। पंचों ने भी दो लाख रुपये लेकर मुंह बंद रखने को कहा। जिसके बाद लड़की के परिवार ने एफआईआर दर्ज करवा दिया। इस मामले में थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि नाबालिग को मेडिकल जांच के लिए भेजा जा रहा है। उसकी मां ने आवेदन दिया है। एफआईआर दर्ज कर आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए नाबालिग की बड़ी बहन ने बताया कि उसके पिता लद्दाख में रहते हैं। घर पर उसकी मां और छोटी बहन रहती है। शुक्रवार रात में उसकी बहन घर में बने शौचालय में गई थी। लौटने पर चापाकल पर हाथ-पैर धो रही थी। इसी दौरान पहले से घात लगाकर बैठा गांव का एक युवक आया और उसकी बहन का मुंह बंद करते हुए खींचकर पास के ही गन्ने के खेत में ले गया। वहां उसके साथ दुष्कर्म किया और फिर फरार हो गया।
पीड़िता की बड़ी बहन ने यह भी कहा की उसकी मां और अन्य लोग आरोपी घर पर पूछताछ के लिए गए। लेकिन उन्होंने अनलोगों को दरवाजे से ही भगा दिया। शनिवार को पंचायती में गांव के ही पंच ने पीड़ित परिवार को दो लाख रुपये लेकर मामला खत्म करने को कहा। इसपर पीड़ित परिवार ने आरोपी से पीड़िता की शादी करने की मांग कर दी। लेकिन आरोपी के परिवार वाले तैयार नही हुए व एफआईआर नही करने का दबाव बनाने लगे। जिसके बाद पीड़िता की मां ने थाने पहुंच कर आवेदन दिया।