भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve bank of India) ने शुक्रवार को एक खास नोटिफिकेशन जारी किया है. RBI के इस नोटिफिकेशन में कहा गया है कि सोमवार से नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT) के तहत ​अतिरिक्त इंट्राडे लिक्विडिटी सुविधा प्रदान की जाएगी, ताकि 24X7 फंड का सेटलमेंट किया जा सके. मौजूदा समय में RBI कोलेटरल लिक्विडिटी एडजस्टमेंट (Collateral Liquidity Adjustment) सुविधा दिन में एक बार प्रदान करता है. कुछ माह पहले ही इस सुविधा को 2 से घटाकर 1 कर दिया गया था.

आसान हो सकेगी फंड सेटलमेंट की प्रक्रिया
RBI के इस फैसले के बाद अब बैंक मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलीटी (MSF) के इमरजेंसी विंडो के तहत अतिरिक्त लिक्विडिटी मांग सकते हैं. केंद्रीय बैंक ने हाल ही में NEFT के जरिए 24X7 समय में फंड ट्रांसफर की सुविधा लागू किया था. इसके बाद बैंकों ने सेटलमेंट को लेकर चिंता जाहिर किया था. ऐसे में आरबीआई की तरफ इस कदम को उठाने के बाद अब नए विंडो की मदद से सेटलमेंट की प्रक्रिया को पूरा किया जा सकेगा.

RBI तय करेग लिमिट
आरबीआई की इस खास सुविधा का लाभ सभी बैंकों को मिल सकेगा. हालांकि, आरबीआई ने अपने स्टेटमेंट में कहा है कि समय-समय पर इस सुविधा के तहत आरबीआई ही लिमिट सेट करेगा. हालांकि, ‘लिक्विडिटी सपोर्ट’ (Liquidity Support) के तहत दिन के अंत में आउटस्टैंडिंग ड्रॉईंग (Outstaning Drawing) को MSF के तहत ऑटोमेटिकली कन्वर्ट कर दिया जाएगा.

बैंकों की सहूलियत के लिए आरबीआई ने उठाया यह कदमMSF को रेग्युलर ऑपरेशन की तुलना में 25 आधार अंक अधिक पर किया जाता है. रेग्युलर ऑपरेशन रेपो रेट (Repo Rate) की दर पर ही किया जाता है. अंतरिम तौर पर बैंकों को लचीलापन प्रदान करने और लिक्विडिटी मैनेजमेंट (Liquidity Management) में सहूलियत देने के लिए केंद्रीय बैंक ने अतिरिक्त रिवर्स रेपो रेट (Reverse Repo Rate) और MSF सुविधा दिया है.

 

Input: News 18 India

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