Seven day National Book Fair inaugurated at RDS College पुस्तकें हजार वर्ष पूर्व भी थीं और यह हमेशा जिंदा रहेंगीं। सूचना और तकनीक के युग में तेजी से लोग डिजिटलाइज्ड हो रहे हैं, लेकिन पुस्तकों के प्रति आज भी लोगों का झुकाव कम नहीं हुआ है। ये बातें मुजफ्फरपुर के सांसद अजय निषाद ने शनिवार को आरडीएस कॉलेज में आयोजित सात दिवसीय राष्ट्रीय पुस्तक मेले के उद्घाटन करते हुए कहीं।
उन्होंने कहा कि पुस्तकों की महत्ता हमेशा बरकरार रहेगी। इसके पूर्व सांसद का स्वागत बुके की जगह पुस्तक देकर किया गया। मुख्य अतिथि आरडीएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ.ओमप्रकाश सिंह ने सांसद निधि से कॉलेज के लिए जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने की ओर सांसद का ध्यान आकृष्ट कराया। उन्होंने कहा कि सभी विभागाध्यक्ष मेले में उपलब्ध बजट से पुस्तकों का क्रय करें।
दस फीसद दी जा रही छूट
मेले में दो सौ से अधिक मूल्य की पुस्तकों की खरीदारी करने पर दस फीसद की छूट दी जा रही है। समय इंडिया के प्रबंध न्यासी चंद्रभूषण ने कहा कि यदि सांसद निधि से प्रतिवर्ष पुस्तकों के क्रय के लिए सहयोग राशि की व्यवस्था की जाए तो प्रतिवर्ष पुस्तक मेला लगने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। प्रकाशकों और पुस्तक विक्रेताओं की भी भागीदारी बढ़ेगी।
उन्होंने उल्लेख किया कि देवघर में सांसद निधि से प्रतिवर्ष पुस्तकों की खरीदारी की जाती है। इसपर सांसद ने राशि देने का आश्वासन दिया। साथ ही सांसद ने कॉलेज परिसर में पौधारोपण भी किया। समारोह में लाइब्रेरियन पूनम कुमारी, डॉ.राकेश कुमार, प्रो.नीलम पांडेय, अमिता शर्मा, डॉ.ललित, रमेश गुप्ता आदि थे। मंच संचालन डॉ.तूलिका ने किया।
Input : Dainik Jagran